मैनपावर का यूज हो जाएगा खत्म, बिजली की बर्बादी भी रुकेगी
शहर के सभी पोल पर लगायी जाएगी डिवाइस, लाइट न जलना भी कंट्रोल रूम को सीधे पता चलेगा
स्मार्ट सिटी प्रयागराज की सड़कों पर लगी स्ट्रीट लाइट्स भी अब स्मार्ट होंगी। यह एक साथ खुलेंगी और बंद होंगी। इनको ऑन और ऑफ करने में मैनपावर का यूज नहीं करना होगा। यह सब आईसीसीसीसी से कंट्रोल होंगी। इससे दो लाभ होंगे। एक तो बिजली की बचत होगी तो दूसरे अनावश्यक लगने वाले मैनपावर से भी छुटकारा मिलेगा। इस प्रोजेक्ट को कमिश्नर ने हरी झंडी दे दी है।
शहर में लगी हैं 60 हजार लाइट्स
शहर की तमाम सड़कों पर कुल 60 हजार स्ट्रीट लाइट्स लगी हैं। अभी यह मैनुअली ट्रीट हो रही हैं। इनको खोलने और बंद करने में मैन पावर का यूज किया जाता है। कभी-कभी लापरवाही के चलते यह लाइट्स दिनभर जलती रहती हैं और इस वजह से सरकार का लाखों रुपए बिजली का बिल भरना पड़ता है। स्मार्ट सिटी के तहत इन लाइट्स को सेंट्रलाइज्ड कंट्रोल एंड मानिटरिंग सिस्टम से कनेक्ट किया जाएगा। इसके लिए इन लाइट्स में स्मार्ट डिवाइस लगाई जाएगी। इस डिवाइस के जरिए सभी लाइट्स एक सेंट्रल पैनल से आपरेट की जा सकेंगी।
आईसीसीसी में बनेगा कंट्रोल रूम
सभी स्ट्रीट लाइट्स मेला प्राधिकरण कार्यालय स्थित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से जोड़ी जाएंगी
शहर की 78 सड़कों पर हाल ही में 60 हजार स्ट्रीट लाइट्स को लगाया गया है।
यह लाइट्स आधुनिक टेक्नोलॉजी से असेंबल्ड है और इनमें आसानी से डिवाइस कनेक्ट की जाएगी।
इस तरह से करेंगी काम
स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारियों का कहना है कि आईसीसीसी से मानीटरिंग होने के दौरान यह आसानी से पता चल जाएगा कि कहां और किस सड़क पर लाइट्स खराब हैं या उनमें कोई कमी है। यह सिस्टम पूरी तरह से आटोमेटिक होगा।
कोई लाइट खराब हो जाएगी तो उसके यूनिक नंबर कोड के जरिए उसकी लोकेशन पता लगाई जा सकेगी। उसे तत्काल ठीक कराया जा सकेगा।
सभी लाइटस डिवाइस के जरिए एक साथ ऑन होंगी और निश्चित टाइम पर बंद भी हो जाएंगी।
यह भी कोशिश की जा रही है कि घने बादल होने पर यह लाइटस आटोमेटिक जल उठेंगी और सूरज की रोशनी वापस आने पर यह अपने आप बंद हो जाएंगी।
इसके लिए डिवाइस पर सेंसर भी लगाया जाएगा।
जारी होगा कम्प्लेन नंबर
इन लाइट्स की बेहतर मानीटरिंग के लिए आईसीसीसी में कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा। जिसका एक कम्प्लेन नंबर भी जारी किया जाएगा। इस नंबर पर कॉल करके लोग अपनी शिकायत भी दर्ज करा सकेंगे। कहीं लाइट ठीक से नहीं जल रही या कोई प्राब्लम है तो इसकी शिकायत इस नंबर पर की जा सकेगी। यह नंबर चौबीस घंटे काम करेगा
प्रपोजल पास हो चुका है। इस पर खर्च होने वाले बजट का डिटेल तैयार किया जा रहा है। बजट का डिटेल तैयार होने के बाद टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। जल्द ही इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की कोशिश की जा रही है।
संजीव कुमार सिन्हा
मैनेजर, स्मार्ट सिटी लिमिटेड प्रयागराज