प्रयागराज (ब्यूरो)। इस लगन में सर्राफा व्यापारियों को जिले में 150 करोड़ की बिक्री का अनुमान था। कयोंकि दो साल कोरोना का प्रकोप होने के चलते बाजार काफी निचले स्तर पर पहुंच गई थी। ऐसे में इस बार बूम की उम्मीद की जा रही थी। लेकिन परिणाम इससे उलट रहे। आधी लगन बीत जाने के बावजूद 50 फीसदी भी सेल नही हो सकी है। व्यापारियों का कहना है कि लगन से पहले गुजरात और मुंबई की मार्केट से महंगे और स्टाइलिश गहने मंगवाए गए थे। अब बिक्री नही होने से हमारी लागत फंसती नजर आ रही है।
गिर गए सोने-चांदी के भाव
शुक्रवार को सोने का भाव 52600 प्रति दस ग्राम था।
चांदी का भाव घटकर 63000 पर आ गया।
सोने में 1500 और चांदी में 7000 रुपए की गिरावट है।
यह गिरावट सर्राफा बाजार की धड़कनें बढ़ाने के लिए काफी हैं।
व्यापारी इसे भी सकारात्मक नजर से देखने की कोशिश कर रहे हैं।
उनको लग रहा है कि सस्ता सोना-चांदी होने से हो सकता है ग्राहक आगे आ जाएं।
शेयर में लग रहा है पैसा
सर्राफा व्यापारियों का मानना है कि कोरोना काल के बाद आम पब्लिक के पास उतना पैसा नही बचा है। लॉक डाउन में लोगों की सेविंग्स खर्च हो गई हैं। ऐसे में अब खरीद की क्षमता घट रही है। जो निवेशक हैं वह शेयर बाजार में पैसा लगा रहे हैं। हाल ही में निवेशकों ने एलआईसी के आईपीओ में बढ़ चढ़कर इनवेस्ट किया है। ऐसे और भी कारण हैं जो सोने-चांदी की बिक्री को प्रभावित कर रहे हैं। इसी तरह सोने के बिस्किट लोग बैंकों के माध्यम से खरीदने को तरजीह दे रहे हैं।
जिले में सर्राफा की 2 से ढाई हजार दुकानें है और सभी मंदी का शिकार हो रही हैं। लगन में बिक्री नही हुई। यहां तक कि आभूषणों के बड़े मॉल भी सन्नाटे का शिकार हो रहे हैं। यही कारण है कि सोने का भाव तेजी से नीचे आ रहा है।
दिनेश सिंह अध्यक्ष, इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन प्रयागराज
शादियों में स्टाइलिश और यूनिक गहनों की डिमांड को देखते हुए व्यापारियों ने माल स्टाक कर लिया था। सोचा था कोरोना काल के बाद बाजार में उफान आएगा। लेकिन ऐसा नही हो रहा है। सुबह से शाम तक इक्का-दुक्का कस्टमर ही आ रहे हैं।
ऋषभ रस्तोगी, सर्राफा व्यापारी