प्रयागराज (ब्‍यूरो)। Kolkata Doctor Murder: एसआरएन अस्पताल में चल रही रेजीडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल से फिलहाल मरीजों को राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। रविवार की देर शाम तक डॉक्टर्स ने हड़ताल वापसी की कोई घोषणा नहीं की थी। इससे तय है कि सोमवार को एक बार फिर मरीजों को इलाज नहीं मिलने से फजीहत झेलनी होगी। आंकड़ों पर जाएं तो महज सात दिन की हड़ताल में छह हजार मरीजों को बिना इलाज घर वापस लौटना पड़ा है। इनमें कुछ प्राइवेट अस्पतालों की शरण में चले गए तो कई मरीज घर पर दर्द सहने को मजबूर हैं।

सीनियर्स के हाथ से निकली कमान
रेजीडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल 12 अगस्त से शुरू हुई थी। कोलकाता के आरजी मेडिकल कॉलेज में महिला रेजीडेंट डॉक्टर के साथ हुई रेप और हत्या की घटना के बाद उन्होंने आक्रोश जाहिर करते हुए कामकाज ठप कर दिया। हड़ताल को देखते हुए मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने इलाज की जिम्मेदारी सीनियर कंसल्टेंट को सौंप दी। लेकिन ऐसा करने का भी कोई लाभ नही मिला।

रविवार को खुले रहे प्राइवेट अस्पताल
दूसरी ओर शनिवार को एएमए ने रेजीडेंट डॉक्टर्स के समर्थन में एक दिन की हड़ताल की घोषणा की थी। इस दौरान जिले के सभी प्राइवेट अस्पताल व जांच केंद्र बंद रहे। जिससे हजारों मरीजों को यहां भी इलाज नही मिला। एएमए सचिव डॉ। आशुतोष गुप्ता का कहना है कि हमारी एक दिन की हड़ताल थी। आगे की रणनीति जल्द तय की जाएगी।

इलाज को तरस रहा नन्हा सचिन
कैंसर पीडि़त सचिन की इच्छा पूरी करते हुए कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने उसे दस मिनट के लिए कमिश्नर बनाया था। अब उसी सचिन प्रजापति को हड़ताल के चलते इलाज नही मिल पा रहा है। यूरीन में समस्या बढऩे की वजह से सचिन को शनिवार को एसआरएन अस्पताल में यूरोलॉजी विभाग में दिखाने लाया गया। हड़ताल के चलते यहां पर भी डॉक्टर नही मिल सके। उसे वार्ड में भर्ती करा दिया गया है। लेकिन यहां पर भी डॉक्टर्स नही पहुंच रहे हैं। सचिन के पिता रामधनी प्रजापति बेटे को इलाज नही मिलने से काफी चिंतित नजर आ रहे हैं। हालांकि इस मामले में एमएलएन मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल प्रो। वत्सला मिश्रा का कहना है कि मुझे इसकी जानकारी नही है। मरीज को इस बारे में अस्पताल प्रशासन को बताना चाहिए। अगर ऐसा है तो सचिन के इलाज को तत्काल शुरू कराया जाएगा।

कैंडल मार्च निकालकर जताया विरोध
कोलकाता में महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या से नाराज इलाहाबाद नर्सिंग होम एसोसिएशन के आह्वान पर रविवार को अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल एवं उसकी समस्त अनुसांगिक संगठन तथा प्रयाग केमिस्ट एसोसिएशन ने सड़कों पर उतरकर अपना विरोध दर्ज कराया। तमाम व्यापारी चिकित्सकों के साथ पत्थर गिरजाघर से सुभाष चौराहे तक कैंडल मार्च में नारेबाजी करते हुए चल रहे थे। जिला अध्यक्ष लालू मित्तल ने कहा कि कोलकाता मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के द्वारा जघन्य अपराध, बलात्कार फिर निर्मम हत्या की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष राजेंद्र केसरवानी, विपिन गुप्ता क्षेत्रीय प्रभारी, रमन गुप्ता जय हिंद, मुकेश अग्रवाल युवा मंडल मिहिर, बरनवाल आलोक परमार अपूर्व चंद्रा महानगर अध्यक्ष कामिनी जैन संगठन मंत्री ,रूबी केसरवानी कोषाध्यक्ष डॉक्टर सुधा त्रिपाठी, संगठन मंत्री, रश्मि शुक्ला वरिष्ठ उपाध्यक्ष, श्वेता मित्तल उपाध्यक्ष आदि उपस्थित रहे।