प्रयागराज ब्यूरो । अतीक व अशरफ की हत्या में पुलिस बता रही अरुण मौर्य की उम्र 18 साल
क्कक्र्रङ्घ्रत्रक्र्रछ्व: अतीक अहमद और अशरफ की हत्या करने वाले तीन में एक शूटर की उम्र पुलिस और एसआईटी के लिए परेशानी का सबब बन गई है। अतीक ब्रदर्स की 15 अप्रैल को हत्या करने वाले इस शूटर की उम्र पुलिस 18 साल बता रही है। जबकि, कासगंज में बने राशन कार्ड में उसकी उम्र कुछ व पानीपत पुलिस द्वारा आम्र्स एक्ट में गिरफ्तारी के वक्त दर्शायी गई एज दूसरी है। अब अतीक ब्रदर्स मर्डर केस की जांच कर रही आईएसआई और पुलिस इस बात में उलझ गई है कि आखिर उसकी सही एज है क्या। यह पता लगाने के लिए अब एज आईडेंटिफिकेशन टेस्ट कराए जाने का प्लान तैयार किया गया है। माना जा रहा है कि इस टेस्ट से उसकी सही एज का पता चल जाएगा। इस टेस्ट के बाद ही अब यह बात क्लियर होगी कि शूटर प्रयागराज पुलिस को जो एज बता रहे हैं वह सही है या नहीं? एक्सपर्ट अधिवक्ता कहते हैं कि क्राइम के मामले में अभियुक्त की उम्र भी बहुत मैटर करती है। यदि यह साबित हो जाय कि अभियुक्त नाबालिग है तो उसे राहत मिलने के चांस बढ़ जाते हैं। इसलिए अब इस शूटर का सही एज पता लगाना एसआईटी और पुलिस के लिए जरूरी हो जाएगा। यही वजह है कि पुलिस का माथा उसकी उम्र को लेकर चकराया हुआ है।
क्राइम की घटना में मायने रखती है उम्र
काल्विन गेट पर के अंदर 15 अप्रैल को पुलिस अभिरक्षा में अतीक अहमद और अशरफ को गोलियों से भून दिया गया था। इस दुस्साहसिक वारदात को तीन शूटरों ने अंजाम दिया था। उमेश पाल मर्डर केस के विवेचक धूमनगंज थाना प्रभारी राजेश कुमार मौर्य के द्वारा शाहगंज में केस दर्ज कराया गया था। दर्ज कराए गए मुकदमे में अतीक व अशरफ की हत्या के बाद सरेंडर करने वाले शूटरों में मुख्य आरोपित लवलेश तिवारी निवसी बांदा कोतवाली नगर केवतारा क्रासिंग और मोहित उर्फ शनि पुराने निवासी कुरारा हमीरपुर एवं अरुण कुमार मौर्या निवासी कातरवाड़ी सोरो कासगंज बताया गया है। दर्ज किए गए मुकदमे में शूटर अरुण कुमार मौर्य की उम्र 18 वर्ष बताई गई है। सूत्र बताते हैं शूटर अरुण कुमार मौर्य के परिवार का राशन कार्ड जांच कर रही एसआईटी और पुलिस के हाथ लगा है। इस राशन कार्ड में उसकी उम्र 17 साल तीन महीने करीब 15 दिन दर्शाई गई है। सूत्र यह भी बताते हैं कि जांच टीम को पता चला है कि शूटर अरुण कुमार पानीपत में एक बार आम्र्स एक्ट में गिरफ्तार किया गया था। पानीपत की पुलिस के द्वारा उसकी उम्र 1992 यानी करीब 31 साल लिखी गई है। प्रयागराज में अतीक और अशरफ की हत्या के बाद यहां की पुलिस उसकी उम्र 18 साल बता रही है। यदि सूत्रों की बातों पर यकीन कर लिया जाय तो उसकी सही उम्र क्या है इस बात को लेकर एसआईटी और पुलिस दोनों ही उलझी हुई है। बताते हैं तीन जगह अलग-अलग एज सामने आने के बाद अब एसआईटी शूटर अरुण की उम्र को लेकर एज आईडेंटिफिकेश टेस्ट कराने के प्लान में है। क्राइम एक्सपर्ट अधिवक्ता गौरव मिश्र कहते हैं कि आपराधिक घटना में अभियुक्त की उम्र बहुत मायने रखती है। यदि एज क्लियर नहीं है और यह साबित हो जाय कि आरोपित नाबालिग है तो उसे नाबालिग होने का बड़ा लाभ मिल सकता है।