तीन दिन तक चलेगा अभियान, लिए जाएंगे सैंपल, सीरम टेस्ट के लिए भेजा जाएगा लखनऊ

कोविड-19 से रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक वाले ही दमदारी से संघर्ष कर पाएंगे। यह क्षमता किसमें कितनी है यह परखने के लिए जनपद में शुक्रवार से सीरो सर्विलांस शुरू हुआ है। सरकारी गाइड लाइन के अनुसार फोकस अभी केवल ग्रामीण क्षेत्रों पर है। गुरुवार को इसके लिए टीमों को प्रशिक्षण दिया गया था। कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों में नमूने भी एकत्र किए जाने लगे। जिला क्षय रोग अधिकारी व सीरो सíवलांस के नोडल डा। एके तिवारी ने बताया कि परिणाम का आंकलन करने के बाद कोरोना की रोकथाम और बचाव के लिए भविष्य की योजनाएं बनाई जाएंगी।

30

गांव में होगा सीरो सर्विलांस

01

क्षेत्र शहर में निर्धारित किया गया

03

दिन तक चलेगा अभियान

10

टीमें बनाई गई हैं अधिकारी/ कर्मचारी की

06

लोगों के एक घर से लिए जाएंगे नमूने

24

लोगों का बनाया जाएगा एक समूह

2011

की जनगणना के अनुसार किया गया है समूहों का निर्धारण

02

दो लोगों का बनाया जाएगा एक जोड़ा

2020

में सितंबर में हुआ था ऐसा ही सर्विलांस

सर्विलांस टीम में इन्हें किया शामिल

चिकित्साधिकारी, लैब टेक्नीशियन, एएनएम और एक आशा कार्यकर्ता को शामिल किया गया है। एएनएम का काम अभिलेखीय, आशा कार्यकर्ता घर-घर भ्रमण, लैब टेक्नीशियन रक्त के नमूने का काम कर रहे हैं।

42 पोस्ट कोविड के भी लिए जाएंगे नमूने

सीरो सर्विलांस में पहली बार 42 ऐसे लोगों के रक्त नमूने लेकर उनमें एंटीबाडी की जांच की जाएगी जिन्हें पहली लहर में कोरोना संक्रमण पॉजिटिव हुआ था। इन सभी के नाम पते और मोबाइल फोन नंबर शासन से जिले के स्वास्थ्य महकमे को भेजे गए हैं।

लिखित सहमति पर ही लेंगे सैंपल

एक यूनिट में 24 लोगों का सीरो सर्विलांस किया जाना है। एक घर से छह लोगों का नमूना लिया जाएगा। इसमें पहले दो पुरुष, फिर दो महिलाएं और उसके बाद दो बच्चों का सर्वे होना है। लिखित सहमति के बाद ही रक्त नमूने लिए जाएंगे। इन रक्त नमूनों से मेडिकल कालेज में एंटीफ्यूज प्रक्रिया के तहत सीरम अलग किया जाएगा। उस सीरम को एंटीबाडी जांच के लिए केजीएमयू लखनऊ भेजा जाएगा।

डा। ऋषि सहाय

नोडल अधिकारी कोविड-19