पब्लिक ट्रांसपोर्ट के रूप में चलेंगी इलेक्ट्रिक बसें, पहले चरण की सभी बसें एसी
नैनी में तैयार हो रहा है चार्जिग प्वाइंट, अक्टूबर में आ सकती है प्रयागराज में पहली खेप
शहर एरिया में पब्लिक ट्रांसपोर्ट स्पेशली सिटी बसों में यूज करने वालों का सफर बेहतरीन होने जा रहा है। सब कुछ ठीक रहा तो अक्टूबर महीने से इसकी शुरुआत हो जाएगी। शहर के लोग जनरल फेयर पे करके एसी बसों में सफर एंज्वॉय करेंगे वह भी फुल सिक्योरिटी अरेंजमेंट के साथ। इन बसों का न्यूनतम किराया पांच रुपये जबकि अधिकतम 35 रुपये होगा। पहले चरण में प्रयागराज को 30 व दूसरे चरण में बीस एसी बसें मिलेंगी। स्मार्ट सिटी मिशन के अधिकारी लगातार स्थितियों की समीक्षा कर रहे हैं। कमिश्नर ने भी इसे टॉप प्रायोरिटी पर रखकर पूरा करने का निर्देश दिया है।
जल्द तय हो जाएंगे संचालन के रूट
परिवहन निगम के अधिकारियों ने बताया कि इलेक्ट्रिक एसी बसों का यूपी में ट्रायल शुरू हो चुका है। लखनऊ में इनका संचालन किया जा रहा है। अफसरों का पूरा भरोसा है कि किराये का जो स्ट्रक्चर लखनऊ में लागू किया गया है वही प्रयागराज में भी होगा। विभागीय स्तर पर टेंटेटिव रेट लिस्ट तैयार की जा चुकी है। अब अफसर उन रूट पर मंथन कर रहे हैं जिन पर इन बसों का संचालन किया जाएगा। यह भी आलमोस्ट फाइनल ही है लेकिन चूंकि अभी इलेक्ट्रिक बसों की संख्या लिमिटेड रहेगी तो पुरानी सिटी बसों को फायदे नुकसान के आधार पर रोड से हटाया जाएगा।
पहले चरण में 25 चार्जिग प्वाइंट
नैनी में नए यमुना पुल के पास इलेक्ट्रिक बसों के लिए टर्मिनल एवं चार्जिग सेंटर का काम फुल स्ट्रीम में चल रहा है। बस टर्मिनल के लिए बिल्डिंग आलमोस्ट तैयार हो चुकी है। फिनिशिंग का काम फुल स्ट्रीम में चल रहा है। चार्जिग प्वाइंट आईडेंटीफाई किए जा चुके हैं। यहां वायरिंग लाइन दौड़ायी जा रही है। भरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर दो अक्टूबर से यहां प्रयागराज सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड शहर एरिया में इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू कर सकता है।
हर सीट पर होगा पैनिक बटन
सभी इलेक्ट्रिक बसों में सुरक्षा के पर्याप्त इंतेजाम किये गये हैं। सिक्योरिटी प्वाइंट के चलते बस की प्रत्येक सीट पर पैनिक बटन दिया जाएगा। पैनिक बटन जीपीएस बेस्ड होगा और यह कंट्रोल रूप से कनेक्टेड रहेगा। पैनिक बटन दबाते ही खतरे की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम तक पहुंच जाएगी और चंद मिनट के भीतर पुलिस स्पॉट पर पहुंच जाएगी या चलती बस को रोकवाकर एक्चुअल स्टेटस चेक कर सकेगी। शिकायतकर्ता से उसकी रीयल प्राब्लम जान सकेगी। इसके अलावा बस को दोनों तरफ से सीसीटीवी कैमरों से लैस किया गया है। कैमरे से बस के भीतर की हर एक्टिविटी पता चलती रहेगी। बस में 30 यात्रियों के ही बैठने की व्यवस्था रहेगी। बस के अंदर मेट्रो की तर्ज पर एलईडी स्क्रीन लगी रहेगी। इस पर नेक्स्ट स्टॉपेज शो होता रहेगा। इससे पैसेंजर को पता चलता रहेगा कि उसका स्टॉपेज कब आने वाला है।
इलेक्ट्रिक बसें हैं भविष्य की जरूरत
शहर के भीतर पॉल्यूशन का लेवल बेहद हाई है
पॉल्यूशन बढ़ाने में डीजल से चलने वाली बसों का बड़ा रोल है
पॉल्यूशन कंट्रोल के लिए एनजीटी की तरफ से इलेक्ट्रिक बसें संचालित किये जाने की संस्तुति की गयी है
स्मार्ट सिटी प्रयागराज में पॉल्यूशन लेवल कम करने के लिए ही इलेक्ट्रिक बसें उतारने का फैसला लिया गया है
इलेक्ट्रिक बसों में न्यूनतम पांच रुपये और अधिकतम 35 रुपये किराया निर्धारित किया गया है
प्राइवेट ट्रांसपोर्ट में तीन किलोमीटर तक का न्यूनतम किराया 10 रुपये हो चुका है
इलेक्ट्रिक बसें पब्लिक की जेब की सेहत पर भी ज्यादा प्रभाव नहीं डालेंगी
एसी बसों के चलते पब्लिक के लिए इसमें सफर करना बेहतर एहसास कराने वाला होगा
जाम लगने की स्थिति में धुएं के गुबार का सामना नहीं करना होगा
इलेक्ट्रिक सिटी बसों का प्रस्तावित किराया
किलोमीटर किराया
शून्य से तीन 05 रुपये
तीन से छह 10 रुपये
छह से 11 15 रुपये
11 से 15 20 रुपये
15 से 20 25 रुपये
20 से 25 30 रुपये
25 से अधिक 35 रुपये
नैनी में टर्मिनल बिल्डिंग आलमोस्ट तैयार हो चुकी है। चार्जिग प्वाइंट के लिए वायरिंग का काम तेजी से चल रहा है। पहले चरण में 25 बसों के लिए चार्जिग प्वाइंट तैयार किये जा रहे हैं। लखनऊ में बसों का ट्रायल चल रहा है। प्रयागराज में अक्टूबर तक संभावना है।
टीकेएस बिसेन
निदेशक, प्रयागराज सिटी ट्रांसपोर्ट सíवसेज लिमिटेड