प्रयागराज (ब्यूरो)। धारदार हथियार से युवक के कत्ल की खबर सुनते ही पुलिस अफसर एक्टिव हो गए। थाना पुलिस के साथ पुलिस उपायुक्त यमुनानगर मौके पर पहुंचे और छानबीन शुरू की गई। छानबीन के दौरान मार कर बांस की कोठ के बीच फेके गए युवक की पहचान 36 वर्षीय आशीष दीक्षित के रूप में हुई। पहचान होने के बाद पुलिस द्वारा जानकारी उसके घर वालों को दी गई। परिवार के लोग पहुंचे तो उनमें कोहराम मच गया। घटना यमुनानगर एरिया के करछना थाना क्षेत्र की है।
पत्नी बोली फोन पर होती थी बात
आशीष पेशे से अधिवक्ता था। बताते हैं कि वकालत के साथ वह थोड़ी बहुत प्रापर्टी डीलिंग का भी काम करता था। जन आधार शक्ति पार्टी बनाकर वह राजनीति किया करता था। पार्टी के प्रचार प्रसार व प्रॉपर्टी की खरीद फरोख्त के लिए कई लोगों से कर्ज ले रखा था। पूछताछ में उसकी पत्नी सुमन देनी व परिजनों ने बताया कि करीब 15 लाख रुपये वह मुकेश पाल से भी कर्ज ले रखा है। मुकेश पाल औद्योगिक थाना क्षेत्र के मवईया गांव का रहने वाला है। तमाम लोगों से लिए गए कर्ज को वह लौटा नहीं पा रहा था। कर्ज देने वाले तमाम लोग उससे रुपये वापस मांग रहे थे। पुलिस के मुताबिक भाई रवि दीक्षित ने कहा कि वह कई महीने से लापता था। गुमशुदगी भी थाने में दर्ज है। उसके नहीं मिलने से परेशान सभी लोग तलाश कर रहे थे। पुलिस के मुताबिक पत्नी सुमन ने कहा है कि दो दिन पहले तक उसकी बात पति आशीष से फोन पर हुई थी। इधर दो दिनों से उसकी बात आशीष से नहीं हुई। उसका फोन भी नहीं लग रहा था।
तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर था
शनिवार को करछना पुलिस द्वारा आशीष की बॉडी मिलने की खबर घर दी गई। बताया गया कि गधियांव मरदानपुर गांव के पास बांस की झाडिय़ों में उसकी बॉडी मिली है। आशीष नैनी थाना क्षेत्र के अरैल नन्दन तालाब निवासी संतोष दीक्षित के तीन बेटों में दूसरे नंबर का था। उसके परिवार में पत्नी सुमन व उसकी एक छोटी बेटी भी है। करछना इलाके में बॉडी मिलने की खबर सुनते ही आशीष के परिवार में कोहराम मच गया। सभी भागकर सुबह मौके पर पहुंचे। परिजनों ने देखा तो उसके बदन पर धारदार हथियार के कई गहरे जख्म थे। मौका-ए-वारदात पर ब्लड जमीन पर बिखरा हुआ था। इससे शक जाहिर किया जा रहा कि कातिलों द्वारा उसकी हत्या घटना स्थल पर ही की गई है। पुलिस की मानें तो परिवार की ओर से 15 लाख रुपये कर्ज देने वाले मुकेश पाल पर शक जाहिर किया गया है। आशीष के परिजनों की आशंका को देखते हुए करछना पुलिस मुकेश पाल को उसके घर औद्योगिक थाना क्षेत्र के मवइया से हिरासत में ले ली है।
नैनी में दर्ज है आशीष की गुमशुदगी
हिरासत में लिए गए फस्ट सस्पेक्ट मुकेश से पूछताछ के साथ करछना पुलिस व एसओजी की टीम कई अन्य एंगल पर भी छानबीन कर रही है
पुलिस के मुताबिक उसके भाई द्वारा नैनी थाने में आशीष के गायब होने की गुमशुदगी मई महीने पहले दर्ज कराई गई थी
उसकी बात पत्नी से होने लगी और कभी कभार घर आने जाने लगा तो इस बात की खबर परिवार के द्वारा पुलिस को नहीं दी गई
उसके बारे में परिवार को मालूम चल गया था तो नैनी पुलिस को खबर देनी चाहिए थी, क्योंकि वह उसकी गुमशुदगी दर्ज कराए थे।
छानबीन में पुलिस को मालूम चला कि वह अपनी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष था और वह प्रतापपुर सीट से अपना कंडीडेट भी लड़ा चुका है
अब पुलिस मौत के घाट उतारे गए आशीष के मोबाइल की कॉल डिटेल निकालने में जुट गई है, माना जा रहा है कि इससे कातिलों तक पहुंचा जा सकता है उसकी पत्नी के मुताबिक दो दिन पूर्व तक उसकी बात पति आशीष से हुई थी, मतलब यह कि उसकी हत्या इसी दो दिनों के के बीच की गई होगी। इन दो दिनों में उसके संपर्क में कौन लोग थे और किससे उसकी बातें हुईं यह सब पुलिस अब छनबीन करने में जुट गई है
बाहरी नहीं हैं आशीष के कातिल
देर शाम तक आशीष दीक्षित मर्डर केस में चली छानबीन के बाद पुलिस इस नतीजे पर पहुंची है कि कातिल बाहरी नहीं हैं। हत्या करने वाला व्यक्ति आशीष को अच्छी तरह से जानता रहा होगा। मौके पर पुलिस के हाथ आशीष का एक बैग लगा है। बैग में आशीष के कुछ कपड़े ही हैं। कपड़ों से भरा बैग कातिल मौके पर ही छोड़ गए थे। हत्यारे बाहरी होते तो पहचान छिपाने के लिए उसके कपड़ों व बैग को भी गायब कर दिए होते। चूंकि कत्ल करने वाले पेशेवर व बाहरी नहीं थे लिहाजा उनका दिमाग इस ओर नहीं गया। पुलिस उन तमाम लोगों को भी सर्च करने में जुटी है आशीष ने जिनसे कर्ज ले रखा था।
आशीष मर्डर केस में हर एंगल पर छानबीन की जा रही है। उसकी बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया है। परिवार से तहरीर प्राप्त होने के बाद मुकदमा दर्ज करके आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी। परिवार द्वारा जिस पर शक जाहिर किया गया है उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। थाना पुलिस के साथ एसओजी व सर्विलांस टीम को भी लगा दिया गया है।
सौरभ दीक्षित, पुलिस उपायुक्त यमुनानगर