प्रयागराज (ब्‍यूरो)। अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष के उपलक्ष्य में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, गंगानाथ झा परिसर, प्रयागराज में श्रीअन्न महोत्सव वैज्ञानिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। विषय प्रवर्तन करते हुए विश्व आयुर्वेद मिशन के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ चिकित्सक प्रो। गिरींद्र सिंह तोमर ने जीवन शैली जन्य बीमारी से बचाव एवं उत्तम स्वास्थ्य के लिए श्री अन्न की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि आयरन, कैल्शियम, जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से युक्त है। फाइबर की मात्र अधिक है एवं इनका ग्लायसिमिक इंडेक्स कम होने से शुगर की बीमारी से भी बचाव करता है।

श्रीअन्न के वैज्ञानिक पक्ष पर रखी बात
मुख्य वक्ता के तौर पर अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान नई दिल्ली के वरिष्ठ चिकित्सक एवं कायचिकित्सा विभाग के डा.रमाकांत यादव ने श्री अन्न के वैज्ञानिक पक्ष पर अपने विचार रखे। उन्होंने बताया कि चार दशक पहले हमारे भोजन में मोट अनाज शामिल थे जिसकी वजह से गठिया, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, मोटापा जैसी बीमारी का प्रचलन नही था। मिलेट्स हमें पोषित करने के साथ अनेक बीमारी से बचाते हैं। डा रमाकांत यादव को चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए विश्व आयुर्वेद मिशन के द्वारा सर्विस एक्सेलेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्कृत विश्वविद्यालय, गंगा नाथ झा परिसर के निदेशक प्रो ललित कुमार त्रिपाठी ने किया। संचालन प्रो। अपराजिता मिश्रा ने किया। इस अवसर पर मिक्स आटा, रागी के बिस्किट का वितरण भी किया गया। डा अवनीश पाण्डेय, डा आशीष कुमार त्रिपाठी, डा रविन्द्र, अनुराग अस्थाना, राजेन्द्र कुमार सिंह मौजूद रहे।