भक्तों पर हुई भक्ति और ज्ञान की वर्षा
ALLAHABAD: श्रीमद्भागवत महापुराण कथा सप्ताह के प्रथम दिन गुरुवार को पंचम वेद श्रीमद्भागवत ग्रंथ का वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजन हुआ। इसके साथ अलोपीबाग स्थित शंकराचार्य आश्रम में नौ दिवसीय अराधना महोत्सव का भव्य आरंभ हुआ। इस मौके पर जगद्गुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने श्रीमद्भागवत कथा की महिमा का बखान किया। उन्होंने कहा कि यह ऐसा महापुराण है जो प्राणी के जीवन में किए गए कार्यो का उनके जीवनकाल और मृत्यु के उपरांत अच्छे व बुरे कार्यो का परिणाम बताता है। श्रीमद्भागवत कथा सुनने से व्यक्ति का ज्ञान एवं सम्मान बढ़ता है।
उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा से मिले संस्कार व ज्ञान से मानव को सनातन वैदिक परंपरा से जीने से प्रेरणा मिलती है। कथाव्यास स्वामी विनोदानंद जी महाराज ने अराधना महोत्सव में अपने प्रवचन के जरिए भक्तों पर भक्ति व ज्ञान की वर्षा की। इस दौरान छोटेलाल, फूलचंद्र दुबे, ओमकारनाथ त्रिपाठी, आचार्य संतोष जी महाराज मौजूद थे।