प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सिटी में यह अभियान रविवार की दोपहर से शुरू हुआ। सभी थानों की फोर्स अपने-अपने इलाके के पार्कों में पहुंच गई। निर्देश के मुताबिक पार्कों में झाडिय़ों व छिपकर बैठे युवकों व युवतियों से पुलिस द्वारा वजह पूछी गई। पूछताछ के बाद ऐसे युवकों व युवतियों को हिदायत देकर छोड़ा गया। इसके पहले उनके नाम व एड्रेस एवं परिजनों के मोबाइल नंबर रजिस्टर में दर्ज किए गए। इसी तरह सार्वजनिक स्थानों पर पुलिस भी काफी चौकन्नी रही। यहां यहां भी महिलाओं और युवतियों से सुरक्षा की बाबत पुलिस कर्मियों द्वारा बातें की गईं। इस बीच जवानों ने महिलाओं व युवतियों को तमाम तरह की सुरक्षात्मक जानकारियां दी गईं। उन्हें बताया गया कि किस तरह से वह जरूरत पडऩे पर पुलिस की मदद ले सकती हैं। मदद लेने के लिए उन्हें डॉयल 112, 1090, 1076 पर कॉल करने की सलाह दी गई। जवानों ने उन्हें बताया कि इन नंबरों पर कॉल करने के कुछ ही मिनट में मदद के लिए पुलिस हाजिर होगी।

पुलिस के सवालों पर उड़ी चेहरे की रौनक
पुलिस के द्वारा पार्कों में अवकाश के दिन बेवजह बैठे युवकों व युवतियों से कई तरह के जेन्विन सवाल किए गए
पूछा गया कि जब स्कूल और कॉलेज बंद हैं तो छुट्टी के दिन वह भी चटख धूम में आकर पार्क में क्यों बैठे हैं?
यदि पार्क में घूमने आए ही हैं तो कोने में या झुरमुट के बीच छिपकर बैठने की जरूरत क्या है, घटना का जिम्मेदार कौन होगा
हालांकि पुलिस द्वारा उन युवकों व महिलाओं से कोई सवाल नहीं किया गया जो पार्कों के अंदर खुले में बैठे हुए थे
जिन युवकों के साथ युवतियां या युवतियों के साथ युवक थे उनसे भी रिश्ते और सम्बंधों की भी डिटेल खंगाली गई
पुलिस के इन तमाम सवालों पर कई ऐसे युवक व युवतियां रहीं जिनके चेहरे की रौनक कुछ देर के लिए गायब हो गई
ऐसे ही युवकों व युवतियों का पूरा डिटेल पुलिस द्वारा रजिस्टर में दर्ज करते हुए परिजनों का मोबाइल नंबर लिखा गया
पुलिस ने युवतियों को सुरक्षा के लिहाज से हेल्पलाइन नंबर बताते हुए कहीं कोने में छिपकर नहीं बैठने की हिदायत दी गई

मिशन शक्ति के तहत यह चेकिंग कराई गई थी। पार्कों में बेशक जाकर बैठें इससे कोई गुरेज नहीं हैं। मगर खुद की सुरक्षा का भी ध्यान रखें। सुरक्षा की जानकारी देने व उन्हें सतर्क करने के उद्देश्य से ही यह अभियान चलाया गया था।
अजय कुमार, एसएसपी प्रयागराज