लाभार्थियों से अधिक संख्या में यूज हो गई कोरोना वैक्सीन

वैक्सीन की शार्टेज होने से शासन व प्रशासन ने जताई चिंता

एक लापरवाही से पूरे किए कराए पर पानी फिर सकता है। ऐसे ही मामले का शिकार प्रयागराज का स्वास्थ्य विभाग होते-होते बचा है। मामला कोरोना वैक्सीनेशन से जुड़ा हुआ है। शुरुआत में लाभार्थियों को दनादन वैक्सीन लगवाने के बाद इसे पोर्टल पर अपडेट न करना महंगा पड़ गया है। जब लाभार्थियों की संख्या और कोरोना वैक्सीन की डोज में हजारों का अंतर आया तो शासन व प्रशासन के कान खड़े हो गए। फिलहाल किसी तरह से इस अंतर को कम किए जाने की कवायद चल रही है।

जारी रही पोर्टल की मनमानी

कोरोना वैक्सीनेशन की शर्त यह भी थी कि प्रत्येक लाभार्थी का डिटेल पोर्टल पर दर्ज किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों से यहीं चूक हो गई। उन्होंने टीकाकरण किया और इसे रजिस्टर पर दर्ज करा दिया। पोर्टल पर प्रॉपर इसे अपलोड नही किए जाने से लगातार लाभार्थियों और वैक्सीन की डोज के बीच अंतर बढ़ता गया। जब शासन ने इस पर आब्जेक्शन किया तो अधिकारियों को जवाब देना मुश्किल हो गया। क्योंकि, अंतर चार हजार तक पहुंच चुका था। बाद में इसे बराबर कराना इतना आसन नही था क्योंकि पोर्टल हैंग हो रहा था। धीरे-धीरे रजिस्टर में दर्ज डिटेल पोर्टल पर अपलोड करके गैप करने का प्रयास जारी है।

दिखने लगा दस फीसदी से अधिक लॉस

बता दें कि एक वॉयल में दस डोज होती है।

शासन खुद इसमें दस फीसदी वैक्सीन को लॉस मानकर चलता है।

जब हिसाब किताब में यह लॉस अधिक दिखने लगता है तो प्रक्रिया सवालों के घेरे में आ जाती है।

अधिकारियों का कहना है कि सभी लाभार्थियों की डिटेल रजिस्टर में दर्ज है और इसे पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है।

प्रयागराज में अब तक शासन की ओर से 1.45 लाख कोरोना वैक्सीन की डोज उपलब्ध कराई जा चुकी है।

इनको भी लगाई गई वैक्सीन

सोर्सेज का कहना है कि माघ मेले में दूसरे जिलों से आए कर्मचारियों और पुलिस के जवानों का भी वैक्सीनेशन किया गया है। इनका नाम जिले की सूची में दर्ज नही होने से यह यह भी शार्टेज का कारण बने हुए हैं। अब इनके तैनाती के जिलों से डिटेल मंगाकर शासन से अतिरिक्त डोज की मांग की गई है जिससे इस अंतर को कम किया जा सके।

हमारी कोशिश है कि इस अंतर को कम कर दिया जाए। पोर्टल के लगातार प्राब्लम क्रिएट करने से उस पर नाम अपलोड नही हो सके जबकि डिटेल रजिस्टर पर दर्ज किया गया है। लाभार्थियों को वापस करने के बजाय उनको कोरोना वैक्सीन की डोज दी गई है।

डॉ। प्रभाकर राय

सीएमओ प्रयागराज