- रौशनबाग एरिया में जाम और अतिक्रमण से आवागमन में परेशानी

- एरिया में पार्किंग नहीं होने और पटरी पर दुकानें लगने से लोगों को होती है दिक्कत

- मार्केट में जाने वाले कस्टमर्स के पास टूव्हीलर खड़ी करने की भी नहीं रहती जगह

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PRAYAGRAJ: फेस्टिवल हो या फिर शादी का मौसम, लेडीज कपड़ों की सबसे अच्छी मार्केट में अपनी पहचान रखने वाला रौशनबाग जाम और अतिक्रमण की चपेट में है। यहां हर वर्ग के लोगों को उनकी जरूरत और बजट में कपड़े मिल जाते हैं। यही कारण है कि इस मार्केट की डिमांड लोगों में हमेशा ही बनी रहती है। लेकिन मार्केट के दुकानदारों की हालत लगातार खस्ता हो रही है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है कि मार्केट में पटरी से लेकर सड़क तक दुकानों की भरमार है। ऐसे में रोड और पटरी पर लगने वाली दुकानों से जहां पहले से ही जाम की स्थिति बनी रहती है। वहीं इन दुकानों से सामान लेने वाले कस्टमर्स को रोड पर चलने की जगह भी नहीं मिलती। ऐसे में बस एक-दूसरे से आगे बढ़ने की बात करते हुए पूछते हैं कि भइया जाएं किधर से?

ठेले और रोड की पटरी पर सज जाती हैं दुकानें

रौशनबाग के व्यापारियों ने बताया कि एरिया में पार्किंग नहीं होने के कारण पहले से ही रोड पर वाहनों की भरमार रहती है। बची हुई जगहों पर पटरी और ठेले वाले कब्जा किए रहते हैं। बेंच लगाकर दुकानवालों के कारण मार्केट की हालत लगातार खराब होती जा रही है। इन दुकानों पर भी कस्टमर्स की भीड़ होती है। ऐस में पूरे समय जाम के हालात बने रहते हैं। ऐसे में अच्छे कस्टमर्स चाहते हुए भी मार्केट की तरफ रूख नहीं करते हैं। क्योकि उनके पास टू व्हीलर खड़ी करने की जगह भी नहीं होती है। यहां तक की दुकानदारों के पास भी अपने वाहन खड़ा करने की जगह नहीं होता है। आवागमन में परेशानी होने से कस्टमर्स यहां खरीदारी करने से बचते हैं।

फेस्टिवल में सबसे ज्यादा खराब होते हैं हालात

रौशनबाग लेडीज सूट आदि के लिए काफी फेमस है। ऐसे में यहां पर महिला कस्टमर्स की सबसे अधिक भीड़ होती है। लेकिन रमजान, होली, दीपावली जैसे फेस्टिवल में मार्केट की हालत सबसे अधिक खराब हो जाती है। कई बार ठेले पर लगने वाली दुकान के आड़ में अराजकतत्व भी रहते हैं। जिसके कारण कई बार मार्केट में हंगामा भी होता है। इस बारे में कई बार एडमिनिस्ट्रेशन से शिकायत भी की गई। लेकिन कोई असर होता नहीं दिखता है।

पटरी पर बांस से घेरा बनाकर देते है रेंट पर

रौशनबाग में रोड पटरी पर बड़ी संख्या में लेागों ने बांस से घेरा बना कर उस पर कब्जा किया है। इन कब्जा वाली जगह को रेंट पर दे देते हैं। ऐसे में मार्केट के परमारेंट दुकानदारों ने इसका कई बार विरोध किया है। इसके साथ ही ई- रिक्शा चालकों की मनमानी से स्थिति और भी खराब होती जा रही है। हालत ये है कि दुकान के बाहर ही ई रिक्शा खड़ा कर देते हैं। मना करने पर लड़ने को तैयार हो जाते हैं। ऐसे में कस्टमर्स भी सिविल लाइंस या दूसरी मार्केट का रूख करने लगे हैं।

रोड पटरी वालों को वेडिंग जोन में करें शिफ्ट

रौशनबाग के व्यापारियों का कहना है कि रोड पटरी पर दुकान चलाने वालों को वेडिंग जोन बनाकर शिफ्ट करने से काफी हद तक जाम की समस्या खत्म हो जाएगी। इसके साथ ही रौशनबाग की खासियत है कि यहां पर करीब आधा दर्जन पार्क है। इन पार्को में से किसी भी एक पार्क में अगर वाहन पार्किंग की व्यवस्था कर दी जाए। तो पब्लिक के साथ ही दुकानदार भी अपने वाहन वहीं पर पार्क करेंगे। ऐसे में रोड पर जाम की समस्या हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी। इससे एक बार फिर से मार्केट में दुकानदारों के यहां अच्छे ग्राहक भी पहुंचने लगेंगे।

- ई-रिक्शा और अतिक्रमण के चलते जाम की समस्या बनी हुई है। पार्किंग भी एक बड़ा कारण है। अगर यहां किसी एक पार्क में वाहन पार्किंग की व्यवस्था कर दी जाए ता काफी हद तक इस समस्या को खत्म किया जा सकता है।

दिलजीत सिंह, पप्पू सिल्क

अध्यक्ष रौशनबाग व्यापार मंडल

- व्यापार पर जाम और अतिक्रमण का सीधा असर पड़ता है। रोड पटरी के दुकानों के कारण भी जाम की स्थिति हमेशा बनी रहती है। ऐसे में वेडिंग जोन बनाकर इन रोड पटरी दुकानदारों को शिफ्ट करने से काफी राहत होगी।

मौलाना मोईन अख्तर

- रौशन बाग की मार्केट हमेशा से ही लोगों की पहली पसंद बनी रहती है। दुकानदार करोड़ों रुपए खर्च करके यहां पर दुकान चला रहे हैं। लेकिन कस्टमर्स की कमी और जाम के कारण लोग का व्यापार सीधे रूप से प्रभावित हो रहा है।

आसिफ राईन

- इक्रोचमेंट के कारण पहले जैसे कस्टमर्स कम ही आना चाहते हैं। कस्टर्स को जब पार्किंग की जगह नहीं मिलेगी, तो वह मार्केटिंग कैसे करेंगे। प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए।

मो। शोएब

उपाध्यक्ष, रौशनबाग व्यापार मंडल