प्रयागराज ब्यूरो । करेली हत्याकांड में आरोपित को एसिड बेचने वाले दो दुकानदारों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोप है कि इनकी दुकानों से ही आरिफ ने एसिड की बोतलें खरीदी थीं। जिसका इस्तेमाल उसने पुलिस पर हमला करने के लिए किया था। पुलिस की इस कार्रवाई से करेली इलाके के दुकानदारों में हड़कंप मच गया है। पकड़े गए दोनों दुकानदारों को जेल भेज दिया गया है।
19 जुलाई को हुई थी घटना
19 जुलाई को करेली के गौसनगर के रहने वाले आरिफ ने अपनी मां और बहन को मार डाला था। जबकि पिता को मरणासन्न कर दिया था। मौके पर पहुंची पुलिस पर आरिफ ने एसिड की बोतलों से हमला किया था। पुलिस पर पचास से ज्यादा एसिड की बोतलें फेंकी गई थीं। जैसे तैसे पुलिस वालों ने अपनी जान बचाकर आरिफ का गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के दौरान घर से भी सैकड़ों बोतल एसिड की बरामद की गई थी। मामले की तफ्तीश कर रही पुलिस को पता चला कि आरिफ ने करेली गौसनगर में शम्मू जनरल स्टोर और किचन पूर्ति नामक दुकान से एसिड की बोतल खरीदी थी। जिस पर पुलिस ने दोनों दुकानदार शमशुर रहमान निवासी करामात की चौकी और इरफान अहमद निवासी गौसनगर को गिरफ्तार किया है। शमशुर की दुकान से पुलिस ने एसिड की 24 बोतल बरामद की है।
गौसनगर कांड की विवेचना के दौरान पता चला कि आरिफ ने दोनों दुकान से एसिड की बोतल खरीदी थी। जिस पर दोनों को गिरफ्तार किया गया है। एक दुकान से एसिड की बोतलें भी बरामद की गई हैं।
रामाश्रय यादव, प्रभारी निरीक्षक करेली थाना
खबर का असर- 21 जुलाई का पेज तीन का इपीएस
घटनाक्रम को लेकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने बीस रुपये में गली गली बिक रहा मौत का सामान शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। शहर में तमाम दुकानों पर बगैर लाइसेंस के एसिड की बिक्री हो रही है। इसके बाद भी कोई धरपकड़ नहीं है।