प्रयागराज (ब्यूरो)।दो मई को पांच लाख रुपये का इनामी शूटर साबिर प्रयागराज आया था। वह खुल्दाबाद एरिया में रहने वाले आतिन जाफर के घर पहुंचा था। पुलिस को जब तक उसके मूवमेंट का पता चलता और वह आतिन के घर पहुंचती, उसके पहले ही साबिर गायब हो गया। इसके बाद धूमनगंज इंस्पेक्टर राजेश कुमार मौर्या ने आतिन के खिलाफ धूमनगंज थाने में ही एक मुकदमा दर्ज कराया है। इसमें आतिन पर उमेश पाल हत्याकांड के दिन लखनऊ में असद के एटीएम से पैसा निकालने और मोबाइल को ठिकाने लगाने का आरोप लगाया गया है।

उल्टा पड़ गया दांव

देवरिया जेल कांड सामने आने के बाद हुई जांच में लखनऊ के बिल्डर मोहित अग्रवाल की पिटाई में जफर उल्ला का नाम भी सामने आया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। अतीक का बड़ा बेटा उमर और जफर लखनऊ जेल में बंद हैं। अब्बा के जेल जाने के बाद जफर के बेटे आतिन की माफिया के बेटे असद से दोस्ती गहरी हो गई थी। वह भी असद के महानगर स्थित यूनिवर्सल क्रिसेंट वाले फ्लैट पर रहता था। उमेश पाल हत्याकांड की जांच में जुटी पुलिस को जांच के दौरान पता चला था कि हत्या के दिन आतिन ने असद के एटीएम कार्ड से पैसा निकाला था और मोबाइल को छिपाया था। इसके पीछे मकसद था असद की लोकेशन घटना के दिन और टाइम पर प्रयागराज में शो ही न हो। इसका लाभ मुकदमे की प्रोसीडिंग के दौरान लेने की तैयारी थी लेकिन दांव उल्टा पड़ गया। असद को जान बचाने के लिए भागना पड़ गया। किस्मत ने साथ नहीं दिया तो बांदा में उसका यूपी एसटीएफ की टीम से सामना हो गया। इसमें असद को पुलिस ने ढेर कर दिया था। उसके साथ गुलाम भी मारा गया था। बताया जाता है कि अतीक और अशरफ की पुलिस कस्टडी में हत्या के बाद आतिन लखनऊ छोड़कर प्रयागराज आ गया था। पुलिस का आरोप है कि उसने अपने स्तर से शूटर साबिर और अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की मदद की।

तो आतिन के पास था असद का मोबाइल

शनिवार को इस प्रकरण को लेकर अलग अलग जानकारियां सामने आयीं। पहला और सबसे महत्वपूर्ण तथ्य था दो मई को पांच लाख के इनामी शूटर साबिर की खुल्दाबाद थाना क्षेत्र में मौजूदगी। पुलिस सूत्रों का ही कहना है कि साबिर, आतिन जाफर के घर पहुंचा था। पुलिस को इसकी सूचना मिली थी लेकिन जब तक वह पहुंचती साबिर ठिकाना बदल चुका था। आतिन घर पर ही मौजूद मिल गया तो उसे पुलिस ने उठा लिया। घर में तलाशी के दौरान उसके कब्जे से दो मोबाइल बरामद होना बताया गया जा रहा है। एक मोबाइल खुद आतिन का बताया जा रहा है तो दूसरा असद का बताया जा रहा है। इससे महत्वपूर्ण सुराग मिलने के भी संकेत हैं।