प्रयागराज ब्यूरो । झूंसी के छतनाग रोड स्थित तिवारी मार्केट में हुई शूज व्यापारी अंकित अग्रवाल की हत्या पार्टी के लिए रुपयों की शेयरिंग को लेकर हुए विवाद में की गई थी। पार्टी के लिए सभी आपस में पैसों का चंदा कर रहे थे। चंदे के पैसे को लेकर उनके बीच कहा सुनी होने लगी। किसी तरह मामला शांत हुआ और दारू व खाने के सामन चंदा के पैसे से मंगाए गए। गोदाम में बैठकर सभी एक साथ खा पी रहे थे। इस बीच फिर पैसा कम और ज्यादा देने का मुद्दा उनके बीच छिड़ गया। अचानक तैश में आए आरोपित मनीष उर्फ भीम यादव व उसके दोस्तों ने अंकित पर हमला बोल दिया। पास में पड़े डंडे व अन्य सामानों से चारों उसे पीटने लगे। सिर पर गंभीर और गहरी चोट आने के कारण उसकी मौत हो गई। उसकी मौत को देखकर सभी डर के मारे भाग निकले।
पार्टी के पहले भी हुआ था विवाद
कोतवाली क्षेत्र स्थित जानसेनगंज निवासी अंकित अग्रवाल झूंसी छतनाग रोड स्थित तिवारी मार्केट में शूज की दुकान खोल रखा था। तीन जनवरी की रात मार्केट स्थित गोदाम में उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। मामले में उसके भाई मुदित अग्रवाल पुत्र रामकृष्ण अग्रवाल के द्वारा झूंसी थाने में तहरीर दी गई। तहरीर के आधार पर पुलिस नामजद मनीष उर्फ भीम यादव पुत्र दिनेश यादव निवासी दक्षिणी कोटवा विपार थाना सरायइनायत हाल पता नैका महीन थाना झूंसी व उसके अज्ञात दोस्तों पर केस दर्ज कर लिया था। इसके बाद आरोपितों की तलाश शुरू हुई। डीसीपी नगर के द्वारा शनिवार को इस पूरी घटना का खुलासा किया गया। बताया कि झूंसी थाना पुलिस द्वारा कुल चार आरोपित गिरफ्तार किए गए हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपितों में मुख्य अभियुक्त मनीष उर्फ भीम यादव व सुमित केसरवानी पुत्र ईश्वरचंद्र केसरवानी निवासी नीबी कला थाना झूंसी, आकाश जायसवाल पुत्र संतोष जायसवाल निवासी नीबी कला थाना झूसी, रोहित जायसवाल पुत्र अशोक कुमार जायसवाल निवसी नीबीकला थाना झूंसी शामिल हैं। डीसीपी नगर के मुताबिक पूछताछ में इनके जरिए कत्ल की वजह पार्टी के लिए रुपयों की शेयरिंग को लेकर हुआ विवाद बताया गया।
सुमित को फोन से बुलाया था अंकित
भीम यादव ने बताया कि घटना वाली रात अंकित उसे बुलाने के लिए घर गया था। उसके बाद वह सुमित केसरवानी को फोन करके पार्टी के लिए बुला लिया। भीम व अंकित मार्केट में पीछे साइड गोदाम में चले गए। इस बीच सुमित अपने साथियों आकाश जायसवाल व रोहित जायसवाल के साथ पहुंच गया। दारू की बोतल व बिरियानी आदि अंकित ही मंगाया था। अंकित सुमित व अन्य से खर्च हुए रुपयों को चंदा के रूप में देने की बात करने लगा। इसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इस बीच नशे में अंकित गालियां देने लगा। गालियां देने पर चारों मिलकर उसे बेरहमी से पीट दिए। जिससे उसकी मौत हो गई। अंकित मर गया तो सुमित दोनों साथियों संग भाग गया।
भीम ने कहा कि वह अंकित का मोबाइल इस लिए उठा ले गया था ता कि सभी उन पर शक नहीं करें और घटना को लूट समझें।
शू व्यापारी हत्याकांड में नाम व अज्ञात कुल चार अभियुक्तों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा रहा है। पूछताछ में अभियुक्तों
द्वारा पार्टी के लिए रुपयों की शेयरिंग को हुए हुए विवाद में हत्या की बात कबूल की गई है।
संतोष कुमार मीना, डीसीपी नगर