प्रयागराज ब्यूरो । 50 हजार रुपये की इनामी शाइस्ता परवीन आखिर है कहां? किसने उसे शरण दी है? उसने कोई आत्मघाती कदम तो नहीं उठा लिया है? उसका अगला कदम क्या हो सकता है? क्योंकि अब पूरे परिवार को दिलासा देने और खड़ा करने में वही सक्षम है। इसे लेकर प्रयागराज में पूरे दिन चर्चा होती रही। लेकिन, किसी के पास कोई ठोस जवाब नहीं था। संभावना जताई जा रही थी कि वह सोमवार को कोर्ट में सरेंडर की अर्जी लगा सकती है। लेकिन, ऐसा भी कुछ नहीं हुआ।

उमेश केस में चार रह गये हैं चुनौती
उमेश पाल हत्याकांड में नामजद किये गये लोगों और घटना के बाद वायरल हुए वीडियो से अब कुल चार लोग ही पुलिस के लिए चुनौती बचे हुए हैं। इनाम कम है लेकिन इसमें शाइस्ता सबसे ऊपर है। इसके बाद गुड्डू मुस्लिम, मो साबिर और अरमान पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित है। सोमवार को मार्केट में तरह तरह की चर्चा रही। पहले यह सूचना मार्केट में आयी कि गुड्डू को पुलिस ने कर्नाटक से गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, उसे लेकर रविवार को भी अफवाह उड़ी थी कि पुलिस ने उसे बंगलुरू से गिरफ्तार कर लिया है। वक्त बीतने के साथ यह कोरी अफवाह ही निकली। पुलिस की तरफ से कोई ऐसा संकेत नहीं मिला जिसके आधार पर कहा जा सके कि वास्तव में ऐसा कुछ हुआ है।

शाइस्ता पर आ गयी है बड़ी जिम्मेदारी
अतीक अहमद के गुनाहों की दुनियां से शाइस्ता का कितना लेना-देना रहा है? यह तो उसके सामने आने के बाद ही पता चलेगा लेकिन फिलहाल उस पर दो तरफ से बड़ा दबाव है। पहला पूरे परिवार को बिखरने से बचाना और दूसरा पुलिस से बचना। हालांकि, वर्तमान परिस्थितियां उसके सरेंडर करके जेल चले जाने के ज्यादा प्रभावशाली होने का संकेत देती हैं। वह उमेश पाल हत्याकांड में नामजद है। उसका रोल पुलिस को पूछताछ के बाद तय करना है। उसे साजिशकर्ता बनाया जा सकता है। सरेंडर करने के बाद उसे जेल भेजा जा सकता है और रिमांड पर लेकर पूछताछ हो सकती है। इससे वह इस प्रेशर से तो मुक्त हो जाएगी कि भूमिगत रहकर जान बचाती फिरेगी। तमाम चर्चाएं अशरफ की पत्नी को लेकर भी नहीं लेकिन कहीं से कोई पुष्टि नहीं हुई।