प्रयागराज ब्यूरो । उमेश पाल की हत्या में नामजद व 50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन अब पुलिस के हाथ इतनी आसानी से आने वाली नहीं है। क्योंकि बेटे असद और पति अतीक अहमद एवं देवर अशरफ के अंजाम को वह अच्छी तरह से देख चुकी है। ऐसी स्थिति में अतीक फेमिली की वह मात्र एक ऐसी बड़ी मेंबर है जिसके ऊपर बचे हुए कुनबे को संरक्षित की जिम्मेदारी आ गई है। यही वजह है कि लाख कोशिशों के बावजूद पुलिस के हाथ उस तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। हालांकि वांछितों में केवल शाइस्ता ही नहीं है। पांच लाख के इनामी गुड्डू मुस्लिम और अरमान एवं साबित भी है। पुलिस इन तीनों को भी गिरफ्तार करने में अब हाफने लगी हैं। कहा जा रहा है कि भागी-भागी फिर रही शाइस्ता परवीन पर अब पुलिस इनाम बढ़ाने की तैयारी में है। कुछ दिन और वह पकड़ में नहीं आती और इसी तरह लुका छिपी का खेल खेलती रही तो शाइस्ता परवीन पर इनाम का बढऩा करीब तय है।

पांच लाख के इनामी भी बने चैलेंज
वर्ष 2005 में बसपा विधायक रहे राजू पाल की हत्या हो गई थी। इस मर्डर केस का उसका रिश्तेदार उमेश पाल चश्मदीद गवाह था। उसकी गवाही से मामले में आरोपित अतीक अहमद व अशरफ सहित अन्य को सजा होने का खौफ सताने लगा था। सजा के पूर्व 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी। इस मर्डर केस में उमेश पाल की पत्नी जया पाल के द्वारा धूमनगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस के द्वारा दर्ज किए गए केस में अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ एवं पत्नी शाइस्ता परवीन और गुलाम व गुड््डू मुस्लिम एवं बेटे व कुछ अन्य साथी आरोपित थे। आरोपितों की तलाश में जुटी एसटीएफ के द्वारा झांसी में 13 अप्रैल को अतीक के बेटे व पांच लाख के इनामी असद एवं शूटर गुलाम को मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया था। ठीक दो दिनों के बाद 15 अप्रैल को काल्विन हॉस्पिटल के गेट पर कस्टडी रिमांड में लिए गए अतीक अहमद और अशरफ की तीन शूटरों ने पुलिस के सामने हत्या कर दी थी। पति अतीक व बेटे असद व देवर अशरफ की मौत के बाद शाइस्ता परवीन कलेजे पर पत्थर रख ली। इन तीनों के मौत के बाद भी 50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन जनाजे में भी शामिल होने के लिए नहीं आई। आज तक पुलिस शाइस्ता परवीन और पांच लाख के इनामी गुड््डू मुस्लिम एवं साबिर व अरमान को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। माना यह जा रहा कि अब शाइस्ता परवीन पुलिस के हाथ इतनी असानी से आने वाली नहीं है। क्योंकि कि उसे बचे हुए बेटों व पति अतीक के द्वारा बनाए गए साम्राज्य के संरक्षण का फिक्र सताने लगा है। उधर पुलिस सूत्रों का कहना है कि कुछ दिन शाइस्ता परवीन पकड़ में और नहीं औ तो उस पर इनामी की राशि बढ़ाई जा सकती है।