प्रयागराज ब्यूरो । मध्य वायु कमान हेडक्वार्टर पर वायुसेना की वर्षगांठ के मौके पर आयोजित परेड एक और ऐतिहासिक घटना के लिए याद की जाएगी। यहां ऐसा पहला मौका था जब परेड की कमान किसी महिला अधिकारी के हाथ रही। वायु सेना दिवस की परेड ग्रुप कैप्टन शैलजा धामी ने संचालित की। उन्होंने इसे बखूबी निभाया। परेड में इसमें 31 महिला अग्निवीरों के साथ ही 40 महिलाएं थी, जो पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर मार्च कर रही थीं। अग्निवीर की शुरुआत पिछले वर्ष हुई थी। अग्निवीर भर्ती की यह पहली टीम थी। परेड में शामिल महिला जवान उत्साहित थीं।

कई कीर्तिमान हैं शैलजा के नाम
2003 में भारतीय वायु सेना में शैलजा धामी नियुक्त हुई थी। हेलीकॉप्टर पायलट धामी ने इस साल की शुरुआत में इतिहास रचा था। मार्च में वायुसेना फ्रंटलाइन लड़ाकू इकाई की कमान संभालने वाली वह पहली महिला हैं। वह एक उड़ान प्रशिक्षक भी हैं। उन्हें 2,800 घंटों से अधिक का उड़ान अनुभव है। रविवार को उन्होंने मध्य वायु कमान में परेड का संचालन किया। उन्हें फ्लाइंग यूनिट में पहली महिला फ्लाइट कमांडर बनने का भी गौरव प्राप्त है। पंजाब में लुधियाना के शहीद करतार ङ्क्षसह सभारा गांव की रहने वाली धामी की शुरुआती पढ़ाई सरकारी स्कूल में हुई। उन्होंने घुमार मंडी के खालसा कालेज से बीएससी किया है।