प्रयागराज ब्यूरो । भारत विकास परिषद एक पारिवारिक संस्था है। जिसमें एक व्यक्ति सदस्य बनता है और दूसरा अपने आप हो जाता है। यानी पति पत्नी दोनों ही सदस्य रहते हैं। परिषद प्रारंभ से ही महिलाओं पर विशेष ध्यान देता है। हमारी पहचान सेवा से है। हमारे 17 हॉस्पिटल और सैकड़ों धर्मार्थ सहायतार्थ औषधालय चल रहे हैं। ये बातें भारत विकास परिषद के 61वें स्थापना दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुए डॉ चंपा श्रीवास्तव ने कहीं। प्रोग्राम स्टैंडली रोड स्थित सारस्वत गेस्ट हाउस में सांसद केसरी देवी पटेल, डॉक्टर आरबी श्रीवास्तव, चंपा श्रीवास्तव, प्रमोद राम त्रिपाठी, निशा जयसवाल, सुनील धवन की मौजूदगी में हुई।
प्रमोद राम त्रिपाठी ने कहा कि परिषद जरूरतमंद महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए काम करती है। सांसद केसरी देवी ने कहाकि मुझे भारत विकास परिषद बहुत ज्यादा पसंद है क्योंकि इनके प्रत्येक सदस्य में भारत माता के प्रति सम्मान की लौ जलती हुई नजर आती है और विवेकानंद के आदर्शों पर चल कर यह भारत का विकास कर रहे हैं। डॉ उमेश दत्त भट्ट ने आभार ज्ञापित किया। निशा जायसवाल, अरुण जयसवाल, शिवनंदन गुप्ता, जितेंद्र कुमार, आरएस सिंह, सीमा सिंह, डॉ मनोज मिश्रा, मधुबाला श्रीवास्तव, पीसी श्रीवास्तव, डॉ नवीन चंद्र अग्रवाल, उमेश सिंह, आलोक मौजूद रहे। संचालन डॉ मनोज मिश्रा ने किया।