प्रयागराज ब्यूरो । नैनी सेंट्रल जेल में बंदी व कैदी कैश के दम पर ऐश कर रहे थे। यह बात कुछ दिन पूर्व अफसरों की टीम के द्वारा की गई रैंडम छापेमारी में सामने आई है। जेल के अंदर अफसरों को सिगरेट और बीड़ी से लेकर एक चाकू तक मिला है। यह चाकू स्टील के चम्मच को घिरकर तैयार किया गया था। मोबाइल तो नहीं मिले पर इससे जेल में बंदियों के द्वारा बात किए जाने के संकेत मिले हैं। जेल की चेकिंग के लिए पहुंचे अफसरों की तरफ से डीजी जेल को भेजी गयी रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई होना बताया जा रहा है। यह आदेश महानिदेशक कारागार एसएन साबत ने दिया है। सस्पेंड रहने के दौरान वह लखनऊ मुख्यालय से अटैच रहेंगे। शहर में अधिवक्ता उमेश पाल मर्डर केस का कनेक्शन जेल से जुडऩे के बाद सरकार सुरक्षा को लेकर सख्त हो गई। इसी सख्ती के चलते कुछ महीने पूर्व देशी घी के डिब्बे में छिपाकर मोबाइल जेल के अंदर पहुंचाने वाला युवक पकड़ा गया था। वह युवक नैनी एरिया के अरैल का निवासी था।

उमेश कांड बाद जेल में सुरक्षा सख्त
बसपा विधायक राजू पाल मर्डर केस के गवाह अधिवक्ता उमेश पाल की 24 फरवरी को दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल के साथ उसके दो गनर संदीप निषाद और राघवेंद्र भी मार दिए गए थे। इस वारदात की जांच में जुटी पुलिस के सामने कई चौंकाने वाले राज सामने आए थे। इस पूरी घटना का कनेक्शन साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद व बरेली में बंद अशरफ से कनेक्ट पाया गया था। जेल के अंदर से इन दोनों ने उमेश पाल हत्या कांड की साजिश रची थी। जेल के अंदर होने के बावजूद अतीक अहमद व अशरफ के द्वारा मोबाइल के जरिए पूरी स्क्रिप्ट लिखी गई थी। इस स्क्रिप्ट में कई ऐसे पात्रों शामिल हैं जो जेल के बाहर रहे। यह बात सामने आने के बाद जेल में सुरक्षा को लेकर सरकार का रुख सख्त हो गया था। ताबड़तोड़ प्रदेश की कई जेलों में छापेमारी की गई। शुक्रवार को डीएम और डीजे के द्वारा नैनी सेंट्रल जेल की चेकिंग की गई थी। इस दौरान सब कुछ ओके पाया गया था।
देर रात पहुंचे थे डीएम कमिश्नर
बताते हैं कि शनिवार की रात शासन के निर्देश मण्डलायुक्त व पुलिस कमिश्नर और डीएम के जरिए भी जेल का औचक निरीक्षण किया गया। सूत्रों की मानें तो इस निरीक्षण में अफसरों को जेल के अंदर बड़ी खामियां मिलीं। सूत्र बताते हैं कि नैनी सेंट्रल जेल के अंदर अधिकारियों को लाइटर, माचिस व चाकू और नकद रुपये भी मिले हैं। जबकि जेल के अंदर इन सामानों के प्रवेश पर प्रतिबंध है। स्थिति को देखते हुए रेंडम चेकिंग करने वाले अधिकारियों ने जांच रिपोर्ट शीर्ष अफसरों को भेज दिया। रिपोर्ट को संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिदेशक कारागार ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक शशिकांत सिंह को सस्पेंड कर दिया। सूत्र बताते हैं कि निरीक्षण में इन सामानों के अतिरिक्त मोबाइल से कैदियों व बंदियों के द्वारा बात किए जाने के भी कुछ सुबूत अफसरों को मिले। हालांकि जेल में इस जांच टीम को कोई मोबाइल नहीं मिला।


इसी जेल में है अतीक का बेटा अली
नैनी सेंट्रल जेल में ही अतीक अहमद का बेटा मो। अली भी बंद है। अली पर कसारी मसारी निवासी जीशान ने पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने व मारपीट करने का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में अतीक का बेटा अली पिछले कई महीनों से जेल में बंद हैं। माना जा रहा है कि अली भी जेल के अंदर अपनों से मोबाइल पर बातें किया करता था।