प्रयागराज (ब्यूरो)। विद्यावती दरबाजी बालिका इंटर कॉलेज में गार्गी श्रीवास्तव अंग्रेजी टीचर हैं। उनका प्रवक्ता के पद पर प्रमोशन होना था। पदोन्नति से सम्बंधित तैयार फाइल प्रॉपर चैनल संयुक्त शिक्षा निदेशक के यहां भेजा जाना था। उनके प्रमोशन की यह फाइल जिला विद्यालय निरीक्षक द्वितीय के तैनात वरिष्ठ सहायक रामकृष्ण मिश्र की टेबल पर पहुंची। फाइल पर जिला विद्यालय निरीक्षक द्वितीय को हस्ताक्षर करना था। टीचर गार्गी के प्रमोशन की फाइल वरिष्ठ सहायक अधिकारी के पास ले ही नहीं गया। ऐसे में फाइल आगे बढऩे के बजाय उसी की टेबल पर अटकी पड़ी रही। टीचर गार्गी श्रीवास्तव फाइल आगे बढ़ाने के लिए उसका बार-बार कहती रहीं। इस पर वरिष्ठ सहायक रामकृष्ण मिश्र द्वारा फाइल आगे बढ़ाने के लिए गार्गी से दस हजार रुपये की डिमांड की गई।
आरोप है कि रिश्वत देने में असमर्थता जताते पर वह फाइल आगे बढ़ाने को तैयार नहीं था। उसकी इस हरकत से तंग टीचर ने रिश्वत खोर को सबक सिखाने की ठान ली। हिम्मत दिखाते हुए अध्यापिका गार्गी द्वारा वरिष्ठ सहायक के करतूत की शिकायत सतर्कता अधिष्ठान में की गई। प्राप्त शिकायत को सतर्कता अधिष्ठान के अधिकारियों ने गंभीरता से लिया गया। कार्रवाई के लिए बनाए गए प्लान के तहत टीचर के साथ सतर्कता अधिष्ठान की टीम सोमवार दोपहर जिला विद्यालय निरीक्षक द्वितीय के दफ्तर पहुंची। कार्यालय में वरिष्ठ सहायक रामकृष्ण मिश्र मौजूद था। टीचर गार्गी द्वारा जैसे ही वरिष्ठ सहायक द्वारा मांगी गई रिश्वत की रकम दी गई। टीम उसे घूस लेते हुए रंगे हाथ दबोच ली।
टीचर के द्वारा प्राप्त शिकायत की जानकारी महकमे के शीर्ष अफसरों को दी गई। उनके आदेश और प्लान के मुताबिक सोमवार को कार्रवाई की गई। वरिष्ठ सहायक को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया है। उसके विरुद्ध विजलेंस थाने में केस दर्ज किया गया है।
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