प्रयागराज ब्यूरो । अधिवक्ता उमेश पाल हत्याकांड के कातिलों की तलाश में जुटी पुलिस के हाथ तीसरे दिन रविवार को भी खाली रहे। तफ्तीश में जुटे अफसरों के जरिए उमेश पाल के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सिविल पुलिस के साथ पीएसी के जवान भी उसके घर पर मुस्तैद कर दिए गए हैं। अधिकारियों के द्वारा अपराधियों के पीछे दर्जनों टीमें लगा दी गई हैं। टीम के जवान आसपास के जनपदों से लेकर गैर प्रदेशों में भी छापे मारी में जुटी हैं। इस पूरे प्रकरण की जांच में करीब 700 जवान लगाए गए हैं। इस प्रकरण में पुलिस हर एंगल पर काम कर रही है। सीसीटीवी फुटेज से लेकर सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो भी खंगाले जा रहे हैं। माफिया अतीक के करीबियों की भी कुंडी खंगाली जा रही है। उमेश अपहरण कांड से जुड़े हर आरोपितों को सर्च करने के काम में देर रात तक पुलिस जुटी रही। हर घंटे की अपडेट शीर्ष अफसरों से लेकर मुख्यमंत्री तक को भेजी जा रही है। हालांकि घटना को हुए तीन दिन बीत गए हैं और पुलिस के पास इस मामले में लोगों को बताने के लिए कुछ भी नहीं है। हालात यह है कि इस डे-लाइट मर्डर केस में अधिकारी कुस भी बोलने को तैयार नहीं है। शनिवार की रात पुलिस के द्वारा अतीक के घर के पास से एक बगैर नंबर की कार बरामद की गई है।

वायरल वीडियो भी खंगाल रही पुलिस
इस कार के बारे में भी पुलिस अब तक यह सर्च नहीं कर सकी कि आखिर वह किसने के नाम से है। खुल्दाबाद थाने में इस कार को पार्क किया गया है। कार के पीछे का नंबर प्लेट पूरी तरह से गायब है। आगे के हिस्से में लगने वाली नंबर प्लेट को भी नोच कर फेका गया था। अगले हिस्से में जिस जगह नंबर प्लेट लगा था उसके फाम का लिक्वड टच करने पर आज भी ताजा है। इससे यह अनुमान लगाया जा रहा कि घटना में प्रयोग वाले दिन ही इस कार में लगे दोनों नंबर प्लेट को निकाला गया था। कार का हर शीशा पूरी तरह से ब्लैक है। जबकि पूरी तरह से ब्लैक शीशा लगाए जाने पर पूर्ण प्रतिबंध है। उमेश पाल मर्डर केस के दूसरे दिन से ही जिले में लखनऊ से कई शीर्ष अफसर डेरा जमा दिए। लोकल के अधिकारियों संग कई घंटे तक चली बैठक में आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई। अपराधियों की तलाश में अफसरों के जरिए टीमें गठित की गईं। गठित की गई हर टीम को अलग-अलग हिस्सों में मूव करने के आदेश दिए गए। टीम प्रतापगढ़, कौशाम्बी व प्रयागराज से लेकर मध्य प्रदेश, रायबरेली व बेरली, सुल्तानपुर यहां तक नेपाल और नेपाल बार्डर तक टीमें लगा दी गई हैं। इसी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। घटना वाले दिन वारदात स्थल व उसके आसपास मौजूद गाडिय़ां और संदिग्ध लोग भी ट्रेस किए जा रहे हैं। इसी के साथ अतीक के मोहल्ले चकिया और करेली व खुल्दाबाद इलाके में भी गहन छानबीन की गई।