प्रयागराज ब्यूरो इंटरनेट आपका दोस्त भी है और दुश्मन भी। अब समझना आपको है कि नेट का इस्तेमाल दोस्त की तरह करना है या फिर इसे अपना दुश्मन बना लेना है। मसलन, व्हाट्स एप बेहद कॉमन हो गया है। हर एण्ड्रायड मोबाइल में व्हाट्स एप होता ही है। ऐसे में व्हाट्स एप पर खुद को सेफ रखना है तो टू स्टेप वेरिफिकेशन ऑन रखिए, फिर मोबाइल या सिम खो जाने पर व्हाट्स एप को लेकर चिंता की जरुरत नहीं पड़ेगी। कुछ इसी तरह महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर में स्टूडेंट को साइबर क्राइम के बारे में नालेज दिया गया। स्टूडेंट भी साइबर क्राइम के बारे में जानकर हतप्रभ रहे। स्टूडेंट ने भी अपनी जानकारी साझा की।

क्या है टू स्टेप वेरिफिकेशन
टू स्टेप वेरिफिकेशन के कई फायदे हैं। अगर मोबाइल खो जाता है या फिर सिम खो जाता है तो कोई भी आपके व्हाट्स एप का गलत इस्तेमाल कर सकता है। अभी तक लोग व्हाट्स एप पर किसी खास नंबर पर ढेर सारी फाइल या इंपॉरटेंट कंटेंट सेव रखते हैं। ये जानकारी अगर दूसरे को मिल जाए तो फिर मुसीबत का सबब बन सकती है।
कैसे करें टू स्टेप वेरिफिकेशन ऑन
व्हाट्स एप की सेटिंग में जाकर एकाउंट का ऑप्शन खोलें। यहां पर टू स्टेप वेरिफिकेशन दिखेगा। इसे खोलने के बाद 6 डिजिट का पिन नंबर भरने का ऑप्शन आएगा। 6 डिजिट का पिन भरने के बाद दोबारा पिन भरकर पिन को कंफर्म करना होगा। इसके बाद ई मेल भरने का ऑप्शन आएगा। ई मेल भरने के बाद टू स्टेप वेरिफिकेशन ऑन हो जाएगा।

दूसरों की गलती से सीखिए
साइबर एक्सपर्ट जय प्रकाश सिंह ने बताया कि साइबर क्राइम के मामले में दूसरों की गलती से सीखने की जरुरत है। क्योंकि साइबर क्रिमिनल संभलने का मौका नहीं देते हैं। जय प्रकाश ने बताया कि अननोन नंबर से कॉल आने पर कभी भी अपनी पूरी डिटेल न दें। ये अननोन कॉल इस तरह से बात करते हैं, जैसे वे आपके बारे में बहुत सी डिटेल जानते हैं। अननोन कॉलर कहीं न कहीं से आपके डिटेल का डाटा चुरा लेते हैं और यहीं से होती साइबर क्राइम की शुरुआत।


ऐसे हो रहा साइबर क्राइम
- हेल्प के बहाने एकाउंट किया जा रहा खाली।
- फेक कस्टरमेयर नंबर बन रहे मुसीबत का सबब।
- स्कीमर डिवाइस से क्लोन किए जा रहे एटीएम कार्ड।
- ऑन लाइन नौकरी के नाम पर हो रही लूट।
- पैसे दो गुना करने के नाम पर हो रहा फर्जीवाड़ा।
- फर्जी कस्टमर केयर नंबर से हो रही धोखाधड़ी।
- बैंक एकाउंट बंद होने की जानकारी देकर ले ली जा रही डिटेल।
- लोन एप के जरिए ली जा रही डिटेल।
- फर्जी फेसबुक एकाउंट खोलकर हो रही पैसे की वसूली।
- वीडियो कॉल करके दी जाती है बदनाम करने की धमकी।
- ऑन लाइन गेम के एप से हो रही लूट।

फेसबुक पर कभी-कभी अननोन लोगों का कमेंट अ'छा नहीं रहता है। इसे लेकर परेशानी होती है। अब मैं भी फेसबुक पर अपनी प्रोफाइल लॉक करके रखूंगी।
साक्षी, स्टूडेंट

सोशल साइट्स पर बहुत सी चीजें अब ऐसे आने लगी हैं, जिनको देखना ठीक नहीं होता है। खास तौर से स्टूडेंटस के लिए। मैं तो कभी अपनी पिक फेसबुक पर अपलोड नहीं करती।
दिव्या, स्टूडेंट


फेसबुक के बारे में साइबर टीम ने जो जानकारी दी है, वो साकिंग है। लड़कियों को खासतौर से फेसबुक पर अपनी प्रोफाइल लॉक करके रखना चाहिए।
वृद्धि श्रीवास्तव, स्टूडेंट


दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के फ्रेक फ्रेंड अभियान से काफी कुछ सीखने को मिला। साइबर टीम ने अ'छी जानकारियां दी है। हम टीम के टिप्स को फालो करेंगे।
अर्नव, स्टूडेंट


ऐसी आती है अननोन कॉल
- बैंक मैनेजर बनकर कॉलर देता है एकाउंट बंद होने की जानकारी
- किसी कंपनी का अधिकारी बनकर कॉलर देता है ऑफर की जानकारी
- पैसा दो गुना करने का दिया जाता है लालच
- ऑन लाइन जॉब का दिया जाता है आफर

प्रिंसिपल ने किया वेलकम
महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर की प्रिंसिपल अल्पना डे ने पुलिस की साइबर एक्सपर्ट की टीम का वेलकम किया। पुलिस की साइबर एक्सपर्ट की टीम में दरोगा अमृता सिंह, जय प्रकाश सिंह, गणेश प्रसाद गोंड, अतुल त्रिवेदी शामिल रहे। प्रिंसिपल ने कहा कि साइबर वल्र्ड को समझने की जरुरत है। ब'चों को इसके खतरे से आगाह होना चाहिए।

अननोन नंबर के वीडियो कॉल न करें बात
साइबर एक्सपर्ट गणेश प्रसाद गोंड ने बतया कि अननोन नंबर के वीडियो कॉल आने पर आप बात न करें। क्योंकि अननोन कॉलर वीडियो रिकार्डर से आपकी न्यूड क्लिीपिंग बना सकता है। इसके बाद वह आपको ब्लैकमेल कर सकता है।

प्ले स्टोर के एप न फिल करें डिटेल
प्ले स्टोर के किसी भी एप पर अपनी डिटेल अपलोड न करें। क्योंकि आपकी पूरी डिटेल एप पर लोड होने के बाद हैक हो सकती है। या फिर साइबर क्रिमिनल आपकी डिटेल लेकर आपको किसी भी तरह से ब्लैकमेल कर सकते हैं। आपकी डिटेल लेकर बैंक एकाउंट हैक किया जा सकता है। बैंक एकाउंट से शॉपिंग की जा सकती है।


फेसबुक पर अननोन से न करें दोस्ती
साइबर एक्सपर्ट अतुल त्रिवेदी ने बताया कि फेसबुक पर लापरवाही नुकसानदायक हो सकती है। आपकी फोटो से फेक आईडी बनाकर आपको ब्लैकमेल किया जा सकता है। अतुल ने बताया कि आजकल फ्राड करने के लिए फेक आईडी पर फेसबुक एकाउंट बनाया जा रहा है। जिसमें साइबर क्रिमिनल फर्जी आईडी पर फेसबुक एकाउंट चलाते हैं। ये फेक फ्रेंड लंबे समय तक आपके टच में रहते हैं। इसके बाद अचानक आपको मैसेज करके पैसे की मदद मांगते हैं। आपको लगता है कि फ्रेंड है इसकी मदद करनी चाहिए। और मदद करने पर आप फ्राड के शिकार हो चुके हैं। अतुल ने बताया कि यदि ऐसा होता है तो घबराने की जरुरत नहीं है। 19&0 पर डॉयल करके अपनी समस्या बताई जा सकती है।
कोट
साइबर वल्र्ड हमारा दोस्त भी है और दुश्मन भी। ब'चों को ये बात समझनी होगी। ब'चे साइबर वल्र्ड में घूमते घूमते ऐसी जगह पहुंच जाते हैं, जहां से उनका वापस आना मुश्किल होता है। ब'चों को साइबर वल्र्ड का इस्तेमाल केवल अपनी जरुरत के लिहाज से करना चाहिए।
अल्पना डे, प्रिसिंपल


मोबाइल को इस्तेमाल करने में अपनी जरुरत को प्राथमिकता देनी चाहिए। मोबाइल में बहुत सी चीजे हैं। उनमें से जरुरी नहीं की हर चीज हमारे काम की हो। ब'चों को इस बात को समझना चाहिए।
जय प्रकाश सिंह, साइबर एक्सपर्ट


गेम के एप डाउन लोड करते समय सावधानी बरतनी चाहिए। ऑन लाइन गेम में आप चीटिंग का शिकार हो सकते हैं। ऐसे में गेम का कोई भी एप डाउन लोड करने के पहले उसके बारे में पूरी जानकारी कर लेनी चाहिए।
गणेश प्रसाद गोंड, साइबर एक्सपर्ट

सोशल साइट्स केवल हमे रिफ्रेश होने के लिए देखी जानी चाहिए। हमे सोशल साइट्स के करेक्टर को खुद पर अप्लाई नहीं करना चाहिए। इससे हमारी पर्सनॉल्टी खराब होती है। हमारे विहैवियर में चेंज आ जाता है।
अतुल त्रिवेदी, साइबर एक्सपर्ट

गल्र्स को सोशल साइट्स पर खुद को सेफ रखना चाहिए। अपनी फोटो या वीडियो अपलोड करते समय जरुरी सावधानी नहीं होने पर हम ब्लैकमेलिंग का शिकार हो सकते हैं।
अमृता सिंह, उपनिरीक्षक, साइबर थाना