प्रयागराज (ब्‍यूरो)। चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशियों के खर्च का ब्योरा देने के लिए सभी को एक रजिस्टर दिया गया है। इस रजिस्टर पर रोज के खर्च को लिखने के निर्देश हैं। प्रत्याशियों के चुनावी खर्च का ब्योरा जानने के लिए प्रथम चरण में सभी प्रत्याशी रजिस्टर संग सर्किट हाउस बुलाए गए थे। हर विभाग सभा से तमाम प्रत्याशी खुद खर्च रजिस्टर लेकर यहां पहुंचे। स्वयं नहीं आ पाने वाले प्रत्याशी अपनी जगह प्रतिनिधियों को रजिस्टर के साथ भेजे। खर्च रजिस्टर के मिलान और छानबीन के दौरान सबसे अधिक और सबसे कम खर्च करने वालों की सूची तैयार की गई। आब्जर्वर महादेवन एएमके, आनन्द कुमार व एमएस नेत्रपाल व उनकी टीम द्वारा प्रत्याशियों के खर्च का हिसाब किताब देखा गया। प्रतापपुर विधान सभा में बीएसपी प्रत्याशी द्वारा तीन लाख 51 हजार 530 के करीब खर्च का ब्योरा पेश किया गया। जबकि सबसे कम पीपुल्स पार्टी के प्रत्याशी द्वारा छह हजार 485 रुपये के खर्च बताया गया। इसी तरह फाफामऊ सीट से सपा प्रत्याशी द्वारा अब तक चार लाख 29 हजार 416 रुपये चुनावी खर्च में रजिस्टर पर दर्ज किया गया। इस सीट पर चुनाव लड़ रहे सबसे कम दस हजार खर्च सम्यक पार्टी के प्रत्याशी द्वारा बताया गया। करछना विधान सभा में सर्वाधिक सपा प्रत्याशी 57 हजार 500 रुपये और सबसे कम दस हजार समर्थन संस्थान रक्षा दल के प्रत्याशी ने खर्च अब तक चुनाव पर खर्च किया है। जबकि शहर उत्तरी में सपा प्रत्याशी के खर्च रजिस्टर में अभी तक चार लाख 57 हजार 189 रुपये के खर्च की बात कही गई है। जबकि इस सीट पर सबसे कम दस हजार 634 रुपये खर्च करने वालों में एक निर्दल प्रत्याशी का नाम दर्ज किया गया। फूलपुर सीट से चुनाव लड़ रहे भाजपा प्रत्याशी द्वारा सबसे अधिक छह लाख 51 हजार 54 रुपये के खर्च की बात कही गई है। इसी सीट सबसे कम पांच हजार रुपये का चुनावी खर्च भारत वैभव पार्टी के प्रत्याशी द्वारा दिखाया गया है। शेष सीटों पर प्रत्याशियों के खर्च का लेखा जोखा तैयार करने में देर शाम तक जिम्मेदार जुटे रहे। कहा गया है कि कुछ न कुछ कमियों ज्यादातर प्रत्याशियों के खर्च रजिस्टर में पाई गई हैं। इस लिए अधिकांश के नोटिस भेजा जाएगा।

अधिकांश नहीं दे सके बिल बाउचर
चुनावी खर्च आब्जर्वर टीम से जुड़े लोगों की मानें तो ज्यादातर प्रत्याशी दिए गए खर्च का बिल बाउचर सबमिट नहीं कर सके हैं। कुछ ही प्रत्याशी ऐसे रहे जो बिल बाउचर के साथ उपस्थित हुए। अधिकांश प्रत्याशियों द्वारा निर्वाचन व्यय के लिए सेप्रेट अकाउंट से आरटीजीएस या चेक द्वारा पेमेंट नहीं किए गए हैं। उनके जरिए सारे पेमेंट कैश किए जाने की बात कही गई है, जो कि गाइड लाइन के विपरीत बताई जा रही है। दस हजार से अधिक के सारे पेमेंट बैंक से करने के चुनाव आयोग के निर्देश हैं।