प्रयागराज ब्यूरो, औद्योगिक थाना क्षेत्र के मोहारी की रहने वाली रितिका श्रीवास्तव को स्कूल से लौटते वक्त चलती विक्रम से फेक दिया गया था। परिवार के द्वारा उसके साथ लूट टू मर्डर के आरोप लगाए जा रहे थे। जबकि पुलिस घटना को हादसा बताती रही। नैनी इलाके में 29 सितंबर को हुई घटना के बाद से वह भर्ती थी। दो दिन पूर्व उसकी मौत के बाद हंगामा मच गया। इसके बाद मीडिया में बात आई तो डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मामले को संज्ञान ले लिया। उनके संज्ञान लेते ही पुलिस के होश उड़ गए। आनन फानन पुलिस जांच में जुटी तो वह संदिग्ध पुलिस को उसी फुटेज में नजर आ गए जिसे अधिकारी तक काफी दूर का और धुंधला बता रहे थे। शुक्रवार को इसी फुटेज के आधार पर संदिग्ध लोगों की तस्वीरें जारी की गई। देर शाम तक पुलिस द्वारा चार प्राइम सस्पेक्ट को उठाकर भी लिया गया।
मामले की नए सिरे से जांच की जा रही है। जो भी तथ्य प्रकाश में आएंगे उसके आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी। विक्रम में सवार कुछ संदिग्ध ट्रेस किए गए हैं। जिनकी तस्वीरें पहचान के लिए जारी की गई है।
सौरभ दीक्षित, एसपी यमुनापार