प्रयागराज ब्यूरो । एसडीएम ज्योति मौर्य के खातों की जांच होगी। पता चला है कि एसडीएम के कई बैंक एकाउण्ट हैं। इन एकाउण्ट में पैसे कहां से आए इसका जवाब देने के लिए ज्योति मौर्य को नोटिस दिया गया है। साथ ही एसडीएम के पति आलोक को भी अपने आरोपों के लिए साक्ष्य देने का नोटिस जारी किया गया है। जल्द ही दोनों को जांच कमेटी के सामने पेश होना होगा। जांच कमेटी को 15 दिन में अपनी रिपोर्ट मंडलायुक्त को सौंपनी है।
पति के आरोपों की शुरू हो गई जांच
एसडीएम ज्योति मौर्य पर लगे आरोपों की जांच शुरू हो गई है। अनियमित लेनदेन से संबंधित आरोपों को पति आलोक मौर्य ने लगाया था। इसकी शिकायत नियुक्ति विभाग से की गई थी। नियुक्ति विभाग ने मंडलायुक्त प्रयागराज को जांच सौंपी है। मंडलायुक्त ने अपर आयुक्त प्रशासन अमृत लाल बिंद की अध्यक्षता में एडीएम हर्षदेव पांडेय, एसीएम फस्र्ट जयजीत कौर की कमेटी बनाई है। आलोक ने अपनी शिकायत में एक डायरी के कई पन्नों का फोटो स्टेट भी दिया है। जिसमें करीब 33 करोड़ रुपये के अनियमित लेनदेन का हिसाब लिखा गया है। कमेटी ने आलोक की शिकायतों की पत्रावलियों की जांच की। शिकायतों के आधार पर आलोक को नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने और आरोपों से संबंधित साक्ष्य देने को कहा गया है। जांच रिपोर्ट 15 दिन में तैयार करनी है। ऐसे में दोनों को जांच में सहयोग की हिदायत दी गई है।
एडीएम ने की लखनऊ में जांच
एसडीएम हर्षदेव पांडेय ने लखनऊ में कई विभागों के कार्यालयों से कई पत्रावलियों की जांच की है। साथ ही निलंबित होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे और एसडीएम ज्योति मौर्य जिन होटलों में रुके थे, उन होटलों से ब्योरा लिया है।हैंडराइटिंग की होगी जांच
आलोक ने एक डायरी के कई पन्नों का फोटो स्टेट अपने शिकायती पत्रों के साथ संलग्न किया है। आलोक ने ये डायरी एसडीएम ज्योति मौर्य की बताई है। ऐसे में जांच कमेटी डायरी में हैंड राइटिंग की भी जांच कराएगी। ताकि ये पता चल सके कि डायरी में हिसाब किताब एसडीएम ज्योति ने ही लिखा है या नहीं।