प्रयागराज ब्यूरो । यूपी बोर्ड का हाईस्कूल एवं इंटर की परीक्षाओं के लिहाज से सोमवार का दिन बेहद महत्वपूर्ण है। 27 फरवरी को दोनों पालियों में महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षाएं हैं। प्रथम पाली में हाईस्कूल विज्ञान एवं दूसरी पाली में इंटर की जीव विज्ञान व गणित का परीक्षा है। करीब आठ हजार से अधिक परीक्षा केंद्रों पर हाईस्कूल एवं इंटर में मिलाकर लगभग सैंतालिस लाख परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। बोर्ड इस दिन नकल रोकने के लिए और प्रभावी कदम उठाने जा रहा है। साफ सुथरी परीक्षा कराना यूपी बोर्ड के लिए आसान नही होगा।
मीटिंग के जरिए दिए उचित दिशा निर्देश
परीक्षा की तैयारियों को लेकर बोर्ड अधिकारियों ने वर्चुअल मीटिंग के जरिए सहयोगियों के साथ मीटिंग कर नकल रोकने के इंतजामों की जानकारी ली। सभी केंद्रों के स्टृांग रूमों की जांच का निर्देश दिया। अधिक से अधिक टीमों का गठन करने का निर्देश दिया है। बता दें कि बोर्ड परीक्षाएं 16 फरवरी से चल रही है। शनिवार का दिन परीक्षा के लिहाज से सामान्य रहा। सोमवार को दोनों पालियों में महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा होने जा रही है। ऐसे में प्रदेश भर के शिक्षाधिकारियों के लिए यह दिन खास सर्तकता का होगा। मीटिंग में कहा गया कि स्ट्रांग रूम की बेहतर से जांच कर लें और कहीं कोई संदेह हो तो तत्काल इसको ठीक कर दें इसकी सूचना बोर्ड को भी तत्काल दें। केंद्रों का आकस्मिक निरीक्षण करें। और नए सचल दस्तों को गठन करके परीक्षा के दौरान केंद्रों का प्रभावी निरीक्षण करें। उन्होंने सभी अधिकारियों को शासन की मंशा से भी पुन: अवगत कराया। कहा कि शुचितापूर्ण तरीके से परीक्षा कराना सभी की जिम्मेदारी है।
हाईस्कूल में 8374 सेंटरों पर देंगे 31,11,714 परीक्षार्थी
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल विज्ञान परीक्षा में सोमवार को प्रथम पाली में 8,374 परीक्षा केंद्रों पर 31,11,714 परीक्षार्थी परीक्षा देंने पहुंचेगे। हालांकि पूर्व में हुई महत्वपूर्ण परचे की परीक्षा में दस फीसदी बच्चे परीक्षा में अनुपस्थित भी रहे हैं। इसी प्रकार इंटर में भी 8,374 सेंटरों पर 14,84,418 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। इंटर की जीव विज्ञान एवं गणित की परीक्षा होनी है। हाईस्कूल एवं इंटर में यह दोनों विषय ही खास हैं।
सभी जिलों के डीआईओएस को केंद्रों के आकस्मिक निरीक्षण के निर्देश दिए गए हैं। अगर कही संदिग्ध स्थिति मिलती है तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी। सोमवार को दोनो पालियों में महत्पूर्ण परीक्षाएं हैं, जिनको देखते हुए सचल दस्तों को भी सतर्क कर दिया गया है।
दिव्यकांत शुक्ला, सचिव, यूपी बोर्ड