प्रयागराज (ब्‍यूरो)। जैसे-जैसे बाढ़ का पानी घरों में घुस रहा है, लोग राहत शिविरों में पहुंच रहे हैं। शहर के दो दर्जन स्कूलों को इस बार बाढ़ राहत शिविर बनाया गया है। अधिकतर स्कूल कछार एरिया से लगे हुए हैं। यहां पर लोगों के रहने और खाने की पूरी व्यवस्था की गई है। जैसे बघाड़ा के नजदीक एनी बेसेंट कॉलेज, राजापुर में महबूब अली इंटर कॉलेज, ऋषिकुल उमा कॉलेज आदि हैं। यहां हजारों की संख्या में छात्र पढ़ते हैं। लेकिन जब से बाढ़ की मुसीबत शुरू हुई है, स्कूलों में पढ़ाई बंद हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक अब तक 500 से ज्यादा लोगों को राहत शिविरों में शिफ्ट करा दिया गया है। लेखपाल समेत अन्य टीम स्कूल और कॉलेजों में तैनात किए गए हैं।

मना रहे हैं लौट जाए बाढ़

स्कूलों में पढऩे वाले बच्चे ईश्वर से बाढ़ के लौटने की प्रार्थना कर रहे हैं। ममफोर्डगंज के रहने वाले प्रवेश मिश्रा, राजापुर के शिवांक सिंह और प्रिया तिवारी का कहना है कि हमारी पढ़ाई शुरू हो जाए इसके लिए बाढ़ का लौटना जरूरी है। बाढ़ के चलते ममफोर्डगंज स्थित सेंट जोसेफ गर्ल्स कॉलेज में शैक्षणिक कार्य बंद कर दिया गया है। यहां 350 बाढ़ पीडि़तों का रखा गया है। लेखपालों को राहत केंद्रों की कमान सौंपी गई है। सुबह शाम उनकी मौजूदगी भोजन पानी वितरित किया जा रहा है। इसके अलावा स्कूल का स्टाफ भी यहां रुका हुआ है। यह लोग व्यवस्था पर नजर रख रहे हैं।

इन स्कूलों को बनाया गया है शेल्टर

वर्तमान में सेंट जोसेफ गल्र्स कॉलेज ममफोर्डगंज, एनी बेसेंट स्कूल एलनगंज, ऋषिकुल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राजापुर, कैंट मैरिज हॉल सदर बाजार, स्वामी विवेकानंद विद्यालय अशोकनगर, वाईएमसीए इंटर कॉलेज, महबूब अली इंटर कॉलेज बेली, यूनिटी पब्लिक स्कूल करेली, माथुर वैश्य धर्मशाला ममफोर्डगंज, कैंट हाईस्कूल सदर बाजार, रीगल गेस्ट हाउस राजापुर, डीएवी इंटर कॉलेज मीरापुर, सहारा पब्लिक स्कूल करामत की चौकी को बाढ़ राहत शिविर में बदल दिया गया है। अगर बाढ़ का कहर नही रुका तो नए स्कूलों को भी शिविर में रूप में बदले जाने की तैयारी है। लोगों का इनमें शिफ्ट किया जाएगा।