प्रयागराज (ब्‍यूरो)। 70 साल की निखत सईद को गुरुवार को ईद का बड़ा तोहफा मिला। ब्रेस्ट कैंसर से पीडि़त होने के बाद भी वह चल फिर नहीं पा रही थीं। हड्डियां कमजोर हो गयी थीं। घर में चलते वक्त गिर जाने से उनके कूल्हे की हड्डी फ्रैक्चर हो गयी थी। इन केस में भी रेलवे अस्पताल में उनका जटिल आपरेशन किया गया। गुरुवार को वह आपरेशन के बाद चलते हुए नजर आईं तो परिवार के लोगों के साथ ही हॉस्पिटल स्टॉफ ने सुकून की सांस ली।
आर्थोपेडिक डिपार्टमेंट का इनीशिएटिव
रेलवे हॉस्पिटल के प्रमुख मुख्य चिकित्सा निदेशक डॉ। जेपी रावत तथा चिकित्सा निदेशक डॉ। एसके हाण्डू के निर्देशन में ऑर्थोपैडिक डिपार्टमेंट के डॉ। एसएस नायक, वरिष्ठ मण्डल चिकित्सा अधिकारी ने जटिल ऑपरेशन का फैसला लिया था। निखद सईद जो कि 70 वर्ष की है घर पर चलने के दौरान गिर जाने से उनके कूल्हे मे फ्र क्चर हो गया था। श्रीमती सईद पहले से ही ब्रेस्ट कैंसर की मरीज हैं। इसलिये उनकी हड्डी पहले से ही काफी कमजोर है। तीन अप्रैल को निखद का ऑपरेशन द्वारा मॉडुलर हिप रिप्लेशमेंट किया गया। गुरुवार को श्रीमती सईद ओपीडी में अपने पैरों से चलती हुई आईं तो उन्होंने डॉ एसएस नायक तथा सम्पूर्ण रेलवे अस्पताल परिवार का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने बताया कि वे उस चोट के बाद दुबारा अपने पैरों पर चलने की उम्मीद खो चुकी थी। इस ऑपरेशन मे बेहोशी चिकित्सक डॉ। आलोक कुमार यादव एवं डॉ। प्रीती का विशेष योगदान रहा तथा ओटी मैट्रन रूथ सिंह, मंजू सोनकर, एवं समस्त ओटी टीम के सम्पूर्ण समर्पण के कारण यह सम्भव हो सका।