प्रयागराज : कोरोना इलाज में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए उद्यमी आगे आने लगे हैं। प्रशासन की पहल पर प्रभा इंजीनिय¨रग कंस्ट्रक्शन ने ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए सरस्वती हाईटेक सिटी (औद्योगिक क्षेत्र) में करीब 4,000 स्क्वायर मीटर जमीन की मांग की है।
इस प्रस्ताव को उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) के क्षेत्रीय कार्यालय ने कानपुर स्थित मुख्यालय भेज दिया है। सोमवार को जमीन फाइनल होने की उम्मीद है।
प्रभा इंजीनिय¨रग कंस्ट्रक्शन द्वारा जो अत्याधुनिक तकनीक आधारित ऑक्सीजन प्लांट लगाने की योजना है, उसकी प्रतिदिन उत्पादन क्षमता न्यूनतम 1,100 और अधिकतम करीब डेढ़ हजार सिलेंडर की होगी। प्लांट में मशीनरी लगाने के लिए गुजरात की कंपनी न्यू कनक सेल्स एंड कंसल्टेंसी सर्विस को 21 लाख रुपये अग्रिम भुगतान कर दिया गया है। जमीन फाइनल होते ही प्लांट लगाने का काम शुरू हो जाएगा। जमीन समेत ऑक्सीजन प्लांट लगाने में करीब 11 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है। प्लांट के सितंबर के प्रथम सप्ताह में चालू होने की उम्मीद है। तीन अस्पतालों को मुफ्त ऑक्सीजन
प्रभा इंजीनिय¨रग कंस्ट्रक्शन के मैने¨जग डायरेक्टर उमेश जायसवाल का कहना है कि यह यूपी का पहला और देश का दूसरा स्वचालित प्लांट होगा। इसमें गैस और लिक्विड दोनों एक साथ उत्पादन होगा। तीन सौ घनमीटर प्रति घंटा गैस का उत्पादन होगा। बताया कि उन्होंने सरकार को लिखकर दिया है कि कोरोना काल तक मुफ्त ऑक्सीजन की आपूíत करेंगे। इसके अलावा तीन सरकारी अस्पतालों बेली, डफरिन और काल्विन को आजीवन मुफ्त में ऑक्सीजन मुहैया कराएंगे। तीनों अस्पतालों को गोद ले लिया है। उपायुक्त उद्योग अजय कुमार चौरसिया ने बताया कि कुछ और लोग भी ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए आगे आ रहे हैं। उन लोगों की प्रशासन से बात हो रही है। एक-दो दिनों में निर्णय की उम्मीद है।