प्रयागराज (ब्यूरो)। इसके पूर्व भी उन्हें अनेकों अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। नवाचारों के माध्यम से और खेल -खेल के माध्यम से विद्यार्थियों को पढ़ाना उनकी खूबी है। विद्यार्थियों को भयमुक्त वातावरण उपलब्ध कराना, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना, स्वच्छता अभियान का नेतृत्व करने वाली और सादा जीवन उच्च विचार को जीवन का आदर्श मानने वाली संगीता सिंह शिक्षिकाओं के बीच में काफी लोकप्रिय हैं। संगीता सिंह के पति डॉ मनोज कुमार सिंह सेंट जोसेफ कॉलेज में हिंदी के प्रवक्ता हैं तथा सामाजिक गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। अपने इकलौते बेटे मानस को खो चुके संगीता और मनोज प्रतिवर्ष बेटे की स्मृति में मानस मेमोरियल अवार्ड एवं मानस मेमोरियल वाद विवाद प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ छात्र को पुरस्कृत करते रहे हैं। दोनों लोगों ने विद्यार्थियों के जीवन में खुशहाली लाने को ही जीवन का मकसद बना लिया है। इसके साथ ही दीन दुखियों, गरीबों एवं अनाथालय में रह रहे बच्चों की सेवा करके उन्हें काफी सुकून मिलता है।
परिवार ही शिक्षा से जुड़ा
खास बात यह है कि संगीता के भाई डॉ अनिल कुमार सिंह भदौरिया शिक्षा विभाग से जुड़े हैं और उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में संपत्ति अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं। संगीता का मनोबल बढ़ाने में डॉ भदौरिया का भी बहुत बड़ा योगदान है। संगीता सिंह की इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा है। शिक्षक दिवस के अवसर पर 5 सितंबर को संगीता सिंह को राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। जिसके लिए उन्हें ?25000 का नगद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। इस सम्मान के मिलने पर संगीता सिंह को 2 साल का सेवा विस्तार तथा उत्तर प्रदेश में राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों में नि:शुल्क यात्रा की सुविधा उपलब्ध होगी।