शहर के कुछ कोचिंग संचालक अभ्यर्थियों से सेटिंग में करते हैं गैंग की मदद

एसटीएफ के रडार पर आए कोचिंग संचालकों से भी पुलिस करेगी सख्त पूछताछ

PRAYAGRAJ: स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा शनिवार को साल्वर गैंग के कुल नौ लोग पकड़े गए थे। इनमें सात प्रयागराज व दो कौशाम्बी से दबोचे गए। पूछताछ में एसटीएफ को गैंग से जुड़े कई नए राज का पता चला है। इनके तार सिर्फ प्रयागराज ही नहीं, फतेहपुर, कौशाम्बी व प्रतापगढ़ और देहरादून एवं दिल्ली तक फैले हुए हैं। देहरादून एजी ऑफिस का पकड़ा गया आडीटर अमित वर्मा की पत्‍‌नी भी उसके इस गुनाह में शामिल बताई गई। आडीटर मूल रूप से फतेहपुर का रहने वाला है। वह खुद दूसरों के स्थान पर परीक्षा देने में माहिर है। इन दोनों के पकड़े जाने के बाद सेंटर बनाए गए कई स्कूलों के जिम्मेदार व टीचर भी फंस सकते हैं। टीम इसी उम्मीद के साथ अमित व उसकी पत्‍‌नी की तलाश में जुटी है। एसटीएफ की इनवेस्टीगेशन में शहर की कुछ कोचिंग संचालक भी निशाने पर हैं। टीम को शक है कि यही चंद कोचिंग संचालक ही साल्वरों की सेटिंग अभ्यर्थियों से कराने में मदद करते हैं।

केएल पटेल कनेक्शन पर भी जांच

एसटीएम से जुड़े स्रोत कहते हैं कि तफ्तीश में कई बातें सामने आई हैं। गिरफ्तार गैंग के सरगना धर्मेंद्र कुमार उर्फ डीके और गुर्गों ने कबूला है कि अमित वर्मा पेपर आउट कराकर उन्हें देता था। टीजीटी का पर्चा दिलाने की बात भी वही कही था। इस मर्तबा वह खुद न आकर सारी चीजें देहरादून में बैठकर इंटरनेट के जरिए ही पेपर साल्व करने का वादा किया था। डीके और अमित के बीच वाट्सएप पर हुई चै¨टग एसटीएफ के हाथ लगी है। एसटीएफ अमित के मोबाइल की काल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर) निकलवा रही है। माना जा रहा है कि विवरण मिलनेके बाद गैंग के अन्य गुर्गो के बारे में भी पता लग जाएगा। जमानत पर जेल से बाहर आए शिक्षक भर्ती घोटाले के मुख्य आरोपित केएल पटेल का कनेक्शन भी सामने आ सकता है। दरअसल डीके और उसके कई गुर्गे केएल पटेल के साथ काम कर चुके है। दोनों के संबंधों को भी खंगाला जा रहा है। एसटीएफ आडीटर के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करने के लिए भी पत्राचार की तैयारी में है। जल्द ही एक टीम उत्तराखंड भेजी जाएगी। कहते हैं कि साल्वरों के यहां कई कोचिंग से सेटिंग है। ज्यादातर अभ्यर्थी से उनकी सेटिंग इन्हीं कोचिंग से होती है। यह सब मालूम चलने के बाद अब एसटीएफ प्रकाश में आए कोचिंग संचालकों से भी टीम पूछताछ कर सकती है।

देर रात तक चली पूछताछ में कई बातें सामने आई हैं। साल्वर गैंग के एक गुर्गे ने बताया कि उसकी यहां के कुछ कोचिंग से सेटिंग है। अभ्यर्थियों से सेटिंग में कोचिंग से साल्वर गैंग को मदद मिलती है। जल्द ही ऐसे संदिग्ध कोचिंग संचालकों से भी पूछताछ की जाएगी।

नवेंदु कुमार, सीओ एसटीएफ