नैनी एरिया में बने परीक्षा केन्द्र के बाहर फर्जी आंसर की बेच रहे दो लोगों को एसटीएफ की वाराणसी युनिट ने पकड़ा

कौशाम्बी में एक साल्वर और पास कराने का ठेका लेने वाले तीन सदस्यों को एसटीएफ की प्रयागराज युनिट ने किया गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) में भी साल्वर व ठगों का गैंग हाथ आजमाने से बाज नहीं आया। प्रयागराज के नैनी और कौशाम्बी के मंझनपुर एरिया से कुल छह शातिरों को एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए दो झांसेबाज अभ्यर्थियों को फर्जी उत्तर कुंजी दिखाकर नैनी में ठगी का प्रयास कर रहे थे। आंसर की आनलाइन उपलब्ध होना बताकर ये प्रत्येक छात्र से दस हजार रुपये वसूल करने में लगे थे। वहीं कौशाम्बी में गिरफ्तार साल्वर गैंग अभ्यर्थियों की जगह प्रॉक्सी कंडीडेट बैठाकर परीक्षा दिलवा रहा था। परीक्षा दे रहे साल्वर को गैंग के सरगना द्वारा 20 हजार रुपये एडवांस दिए गए थे। पकड़े गए शातिरों के खिलाफ सम्बंधित थानों में रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद एसटीएफ ने पुलिस को सौंप दिया है।

दस हजार में बेच रहे थे उत्तर कुंजी

जिले में बुधवार को कुल 76 केंद्रों पर पेट आयोजित हुई। इन सेंटरों पर जिले में करीब 14 हजार 988 अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल होना था। दो पालियों में होने वाली इस परीक्षा को देने के लिए कानपुर, वाराणसी, गाजीपुर, जौनपुर, फतेहपुर, मीरजापुर, प्रतापगढ़ जैसे तमाम शहरों के अभ्यर्थी उमड़ पड़े। परीक्षा की गंभीरता को देखते हुए ठगों व साल्वरों की तलाश में एसटीएफ की टीम भी एक्टिव थी। वाराणसी एसटीएफ को नैनी एरिया के चकदाउदनगर लक्ष्मी देवी कान्वेंट स्कूल के पास फर्जी उत्तर कुंजी बेचने की खबर मिली। जानकारी होते ही पहुंची वाराणसी एसटीएफ ने वहां से दो लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें एक का नाम रवि प्रकाश गौतम पुत्र सुखराम निवासी विदुना थाना मीरगंज जिला जौनपुर व दूसरा मनीष जायसवाल पुत्र अयोध्या प्रसाद निवासी दसिया भानपुर थाना रानीगंज जिला प्रतापगढ़ शामिल है। तलाशी में टीम को इनके पास से दो मोबाइल मिले जिसमें फर्जी उत्तर कुंजी उपलब्ध थी। इतना ही नहीं एक चोरी की बाइक भी इनके कब्जे से बरामद की गई है।

ब्राडकास्ट लिस्ट बनाकर शेयरिंग

पूछताछ में पता चला कि फेक उत्तर कुंजी बेचने वाला रवि प्रकाश गौतम गैंग का सरगना है। रवि अपने मोबाइल वाट्सएप साइट पर एक ब्राडकास्ट बनाकर कई लोगों को जोड़ रखा है। एसटीएफ ने बताया कि इसी ब्राडकास्ट के जरिए वे फर्जी उत्तर कुंजी एक दूसरे को भेजा करता था। साथी आनन्द मंगलवार व बुधवार की रात एक बजे फर्जी कुंजी मनीष जायसवाल के मोबाइल पर भेजा था। रोहित ने भी रवि प्रकाश गौतम को बुधवार की सुबह पांच बजे यह फर्जी उत्तर कुंजी भेजा था। दोनों परीक्षा केंद्र के पास अभ्यर्थियों को यह कुंजी दिखाकर दस हजार रुपये में बेचकर ठगी कर रहे थे। यह उत्तर कुंजी इन्हीं शातिरों के द्वारा बनाया गया था।

चालीस हजार के फेर में फंसा साल्वर

इसी तरह एसटीएफ की प्रयागराज टीम कौशाम्बी मंझनपुर स्थित ओसा चौराहे पर एक्टिव थी। यहां परीक्षा केंद्र दुर्गा देवी इंटर कॉलेज परिसर से सेकंड पाली में साल्वर गैंग के चार गुर्गो को गिरफ्तार किया।

राहुल सिंह पुत्र बृज सिंह निवासी कपासी कला थाना कोरांव, अभिषेक सिंह पुत्र गणेश प्रसाद सिंह निवासी वैंधवार कला थाना कोरांव औ उदय शंकर पुत्र हरिहर प्रसाद सिंह निवासी संसारपुर थाना कोरांव जिला प्रयागराज गैंग के सरगना बताए गए।

साल्वर पंकज कुमार पुत्र राधेश्याम सिंह भगवानपुर थाना करगहर जिला रोहतास बिहार का रहने वाला है।

सेंटर पर साल्वर पंकज मूल अभ्यर्थी दीपक सिंह पुत्र सूर्य लाल निवासी धाऊ थाना कोरांव जिला प्रयागराज के स्थान पर परीक्षा दे रहा था।

साल्वर को गैंग का सरगना 40 हजार रुपये में लाया था। परीक्षा में दूसरे की जगह बैठने से पूर्व पंकज को बीस हजार रुपये एडवांस दिए गए थे।

पंकज बिहार में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करता है।

इनके जरिए अभ्यर्थी की जगह प्रॉक्सी कंडीडेट बैठाने व ब्लूटूथ माइक डिवाइस से नकल करवाने का कार्य किया जाता है।

चारों के पास से टीम को चार ब्लूटूथ माइक डिवाइस, एक शैंडो बनियान इलेक्ट्रानिक सिम कार्ड डिवाइस लगी हुई।

छह मोबाइल, पेट प्रश्न पुस्तिका, एक होएमआर शीट की मूल प्रति, एक ओएमआर शीट कोषागार प्रति, एक प्रवेश पत्र की कॉपी

कूटरचित आधार कार्ड, एक स्कूटी, एक एसबीआई का चेक, 43 मोबाइल स्क्रीन शॉट व एक पैन कार्ड मिले हैं।

कौशाम्बी से गिरफ्तार लोगों के पास से नकल कराने के तमाम इलेक्ट्रानिक उपकरण मिले हैं। इसी तरह वाराणसी एसटीएफ टीम द्वारा नैनी में परीक्षा से सम्बंधित फर्जी उत्तर कुंजी बेच रहे दो शातिर भी गिरफ्तार किए गए हैं।

नावेंदु कुमार

पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ