बारात के लिए तीन लाख से भी अधिक रुपये में लड़की के घर वालों ने की थी बुकिंग
होटल के किचन में खुद खाना बनाकर लड़की पक्ष के लोगों ने बारातियों को खिलाया
प्रयागराज (ब्यूरो)। बात इज्जत पर आते देख लड़की के रिश्तेदार व परिजन होटल के किचन में पहुंचे और खुद खाना बनाकर बारातियों किसी तरह खिलाए। मामले की शिकायत पर सिविल लाइंस पुलिस होटल पहुंची। बावजूद होटल संचालक सहित अन्य जिम्मेदार कोई सुविधा नहीं दे सके। पैसा लेने के बावजूद व्यवस्था नहीं देने से व्यथित लड़की मां द्वारा मामले की तहरीर पर पुलिस को दी गई है। यह घटना सिविल लाइंस हॉट स्टप चौराहे के पास स्थित होटल में शुक्रवार की रात हुई।
लड़की की मां ने दी पुलिस को तहरीर
सेना से रिटायर्ड रविशंकर शुक्ला का सिविल लाइंस मुखर्जी मार्ग पर आवास है। उनकी मौत के बाद पत्नी शशी शुक्ला परिवार संग रहती हैं। बेटी दीक्षा शुक्ला की दो तारीख को शादी थी। लगभग 300 लोगों के खाने से लेकर नाश्ते व रहने तक के लिए वह हॉट स्टप चौराहे के पास स्थित होटल को बुक की थीं। पूरी बुकिंग करीब तीन लाख 24 हजार रुपये में हुई थी। बुकिंग का सारा पैसा दो तीन किश्तों में पेमेंट कर दिया गया। निर्धारित डेट दो दिसंबर को उनकी बेटी की बारात होटल पहुंची। रात 12 बजे तक सब कुछ ठीक चल रहा था। हंसी खुशी का माहौल था और बाराती द्वार चार लगे। द्वार चार के बाद खाने का दौर शुरू हुआ। लड़की की मां शशी शुक्ला का कहना है कि 70 से 80 लोग ही खाए थे कि खाना खत्म हो गया। खाना खत्म हुआ तो लोग वेटरों से शिकायत करने लगे। आरोप है कि शिकायत पर खाना खत्म होने की बात कहकर वेटर हाथ खड़ा कर दिए। खाना लगाने का दबाव बनाने पर वेटर व होटल के लोग अभद्रता करने लगे। इस पर देखते ही देखते हंगामा शुरू हो गया। अचानक वेटर व होटल कर्मचारी भाग खड़े हुए। कहना है कि इसके बाद उन्होंने होटल के मैनेजर को फोन किया पर वह कॉल रिसीव नहीं किए। ऐसे में उनके घर के लोगों को होटल के किचन में जाकर पूड़ी आदि बनाकर बारातियों को खाना खिलाना पड़ा। हंगामें की सूचना पर पुलिस होटल पहुंची। फिर भी होटल के लोग वापस लौटना मुनासिब नहीं समझे। शशी शुक्ला द्वारा मामले में होटल के मालिक, मैनेजर व वेटर के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में तहरीर दी गई है।
रात में ही खबर मिलने के बाद फोर्स को भेजा गया था। बुकिंग का सारा पैसा लेने के बावजूद खाना खत्म होने की शिकायतें की गई थीं। प्रकरण में तहरीर प्राप्त हुई है। केस दर्ज करके आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बीरेंद्र यादव, इंस्पेक्टर सिविल लाइंस
खाना खत्म नहीं हुआ था, अचानक भीड़ बढ़ी और रोटियां कम पड़ गई थीं। वर्कर रोटी बना रहे थे। थोड़ी देर क्या हुई ड्रिंक करके कुछ लोग हंगामा करने लगे। उनके जरिए एक वेटर की पिटाई शुरू कर दी गई। यह देखकर कर्मचारी डरकर भाग गए थे। मैं किसी तरह कर्मचारियों को बुलाकर उन्हें सारी व्यवस्था दिया। सुबह उन्हें नाश्ता भी दिया गया। उनके सारे आरोप गलत हैं।
अतुल उपाध्याय, होटल मैनेजर