आरटीजीएस व डिपाजिट नहीं हो पाने से परेशान रहे व्यापारी और तमाम लोग

मशीन से रुपये जमा करने व निकालने के लिए एटीएम बूथ पर रही काफी भीड़

PRAYAGRAJ: सोमवार को बैंकों में को कोई काम नहीं हुआ। आरटीजीएस व डिपाजिट जैसी प्रकिया पूरी तरह ठप रही। ऐसे में फाइनेंस वर्क भी नहीं हुए। इन सब की वजह से व्यापारी और पब्लिक के लोग काफी परेशान रहे। प्राइवेट संस्थाओं के कई जिम्मेदार कर्मचारियों को वेतन भेजने के लिए बैंक आए तो पर उन्हें बैरंग लौटना पड़ा। सिटी में जगह-जगह एटीएम बूथ पर पब्लिक की जबरदस्त भीड़ नजर आई। जिस बूथ पर रुपये जमा करने की सुविधा है, वहां लोगों की लंबी कतार लगी रही। रुपये निकालने के लिए भी लोग एटीएम बूथ पर बारी का इंतजार करते रहे।

न माल मंगा पाए, न दे पाए सैलरी

पहले दिन सोमवार को हड़ताल की जानकारी सिक्योरिटी गार्ड की प्रोवाइड कराने वाले डीएस लाठी को नहीं थी।

करीब तीन गार्ड के अकाउंट में उन्हें सैलरी भेजनी थी। लिहाजा वह एसबीआई की पत्रिका चौराहा शाखा आ पहुंचे।

यहां एटीएम बूथ तो खुला था पर बैंक में ताले लटक रहे थे। उन्हें जब यह मालूम चला कि आज हड़ताल है तो वे परेशान हो गए।

धूमनगंज के अल्का बिहार निवासी लाठी ने कहा कि गार्ड की सैलरी वे बैंक से ही उनके खाते में भेजते हैं।

मगर, हड़ताल की वजह से वे नहीं भेज पाए। सैलरी न पहुंचने से जाहिर है कि वे गार्ड भी काफी परेशान होंगे।

वाटर सप्लायर मोहित तिवारी ने कहा कि बिजनेस का पीक टाइम है। माल मंगाने के लिए उन्हें कंपनी में आरटीजीएस करना था।

हड़ताल की वजह से वे ऐसा नहीं कर सके। आरटीजीएस के बाद ही माल वहां से भेजा जाता है।

पहुंचने में भी वक्त लगते हैं। गोदाम में भी मालू समाप्त होते वाला है।

यदि दो दिन हड़ताल चली और आरटीजीएस नहीं कर सके तो माल नहीं आएगा।

गोदाम का स्टॉक भी इस बीच समाप्त हो जाएगा। अगली सप्लाई माल आने के बाद ही कर पाएंगे।

ऐसे में सप्लाई का चेन बे्रक होने से व्यापार ठप पड़ जाएगा।

खुले थे प्राइवेट बैंक, कराए बंद

एचडीएफसी जैसे तमाम प्राइवेट बैंक खुले हुए थे। पड़ताल में गेट पर लगे गार्ड ने बताया कि यूनियन वाले आकर बंद करा गए। कई गार्ड ने बताया कि प्राइवेट बैंकें हड़ताल नहीं कर सकती हैं। अब यूनियन के लोग आकर बंद करा दिए तो शटर डाउन करना पड़ा। सुबह तो बैंक खुला था। यूनियन द्वारा बंद कराने के बाद यहां पब्लिक का काम ठप है। बाकी विभागीय काम अंदर सभी कर्मचारी कर रहे हैं। एक सवाल के जवाब में गार्डो ने कहा कि जब शटर बंद है तो आप अंदर कैसे जाएंगे। मैं जाने भी नहीं दूंगा, क्योंकि सख्त निर्देश हैं।