प्रयागराज ब्यूरो । नगर निकाय चुनाव के 33 लाख वोट के लिए कल सरकार 70 लाख रुपए खर्च करेगी, और वह भी नकद। यह मतदान कार्मिकों के मेहनताने का पैसा है और यह गुरुवार शाम वोटिंग के बाद बांटा जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि ऐसे मेें लोगों को अपने एक-एक वोट का इस्तेमाल करना होगा। यहां तक कि सरकार रिजर्व पार्टियों को भी मानदेय देती है। यह रकम मंगलवार को ट्रेजरी से रिलीज कर दी गई।
एक टीम को मिलेंगे 5100
गुरुवार को नगर निकाय चुनाव के तहत नगर निगम और नगर पंचायत के वार्डों में वोटिंग होगी।
जिसमें नगर निगम में 1184 बूथों पर 1572274 और नगर पंचायत के 129 बूथ में 1720631 वोटर शामिल होंगे।
कुल मिलाकर 3292905 वोट डाले जाने हैं।
इसके लिए लगाई गई पोलिंग पार्टियों को सरकार एक दिन का मेहनताना देती है।
नगर निगम में एक बूथ को 5100 रुपए एलॉट किए गए हैं। इसमें पांच कर्मचारी लगाए जाएंगे।
जिनमें पीठासीन अधिकारी को 1550 रुपए, मतदान अधिकारी प्रथम को 1150, द्वितीय को 900, तृतीय को 600 और चतुर्थ को 900 रुपए दिए जाएंगे।
नगर पंचायत चुनाव में एक टीम को 4200 रुपए दिए जाने हैं।
गायब हुए तो सरेंडर होगी रकम
इसी तरह नगर निगम में रिजर्व पोलिंग पार्टी के लिए 3100 और नगर पंचायत की रिजर्व पोलिंग पार्टी को 2600 रुपए दिए जाने हैं। अगर मतदान खत्म होने तक रिजर्व पार्टी नदारद हो जाती है तो यह रकम सरेंडर कर दी जाएगी। नगर निगम में 119 और नगर पंचायत में 18 रिजर्व पार्टियां लगाई गई हैं। इन्हे मतदान शुरू होने से समाप्त होने तक स्पॉट पर रहना होगा। नगर निगम में सौ वार्ड और कुल 8 नगर पंचायतों में 127 बूथ हैं।
कहां कितना व्यय होगा धन
नगर निगम के 1184 बूथ के लिए- 6038400 लाख
नगर पंचायत के 127 बूथ के लिए- 533400 लाख
नगर निगम के रिजर्व 119 बूथ के लिए- 368900
नगर पंचायत के रिजर्व 18 बूथ के लिए- 46800
सेक्टर मजिस्ट्रेट के जरिए होगा वितरण
गुरवार की सुबह वोटिंग शुरू होगी और शाम छह बजे समाप्त होगी। इसके बाद सेक्टर मजिस्ट्रेट इस रकम को पीठासीन अधिकारी को देंगे। वह सभी मतदान कार्मिकों को इसका वितरण करेंगे। अधिकारियो का कहना है कि यात्रा भत्ता और हल्का नाश्ता की राशि भी सम्मिलित है। नगर निगम में चार की जगह पांच कार्मिक लगाए जाएंगे इसलिए यहां अधिक धनराशि का आवंटन किया गया है।
मतदान कार्मिकों को यह राशि तत्काल वितरित कर दी जाती है। इसे सभी सेक्टर मजिस्टे्रट को दिया गया है। वह अपने एरिया के बूथों के पीठासीन अधिकारी को मतदान के बाद सौंप देंगे। ईवीएम से मतदान कराने पर अधिक राशि दी जाती है।
शिवेंद्र सिंह, मुख्य कोषाधिकारी, प्रयागराज