प्रयागराज ब्यूरो । शिवकुटी पुलिस ने चार सौ करोड़ के ठग अभिषेक द्विवेदी को गिरफ्तार कर लिया है। अभिषेक द्विवेदी ने रियल स्टेट कंपनी के नाम पर लोगों से रकम ली, मगर उन्हें जमीन नहीं दी। जिस पर लोग उसकी तलाश में लगे तो वह फरार हो गया। मामले में शिवकुटी थाने में केस दर्ज किया गया। पुलिस ने आरोपित को पिता को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। पुलिस आरोपित और उसकी पत्नी की तलाश कर रही थी। सूचना पर पुलिस ने आरोपित अभिषेक को हरियाणा से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपित के मददगार को भी गिरफ्तार किया है।

ये है मामला
गोविंदपुर के रहने वाले डा.ओमप्रकाश द्विवेदी के बेटे अभिषेक द्विवेदी ने एक रियल स्टेट कंपनी बनाई। जिसमें उसने सैकड़ों लोगों का लाखों रुपया इनवेस्ट कराया। अभिषेक ने लोगों को भरोसा दिलाया कि वह तय समय पर लोगों को जमीन उपलब्ध करा देगा। अभिषेक जिन लोगों से पैसे लेता था बकायदा उनके साथ रजिस्टर्ड एग्रीमेंट करता था और उन्हें अपनी रियल स्टेट कंपनी का एक चेक देता था। ताकि लोगों का भरोसा उसके ऊपर बन जाए। इस तरह करते करते अभिषेक ने मार्केट से करीब चार सौ करोड़ रूपया अपनी रियल स्टेट कंपनी के नाम पर जमा करवा लिया।

लोगों को नहीं मिला प्लॉट
अभिषेक ने लोगों से सस्ते दर पर प्लॉट देने का वादा किया था। इस वर्ष जनवरी में लोगों ने अभिषेक पर प्लॉट देने का दबाव बनाया तो अभिषेक ने लोगों से समय लेना शुरू कर दिया। करीब छह महीना तक लोग अभिषेक के बताए समय का इंतजार करते रहे। जून माह में हद हो गई तो एक जून को इनवेस्टर अभिषेक द्विवेदी के घर पहुंचे। वहां उसके पिता डा.ओमप्रकाश द्विवेदी ने बताया कि बेटा अभिषेक बहुत दिनों से गायब है।

बेटे को कर दिया बेदखल
चार सौ करोड़ ठग कर भागने वाले अभिषेक के पिता ने छह जून को अपने बेटे को संपत्ति से बेदखल कर दिया। इसकी जानकारी इनवेस्टर को लगी तो वह उसके घर पहुंच गए। वहां पर डा.ओम प्रकाश द्विवेदी, बहू निहारिका ने इनवेस्टर के साथ गाली गलौच की और झूठे मुकदमें में फंसा देने की धमकी दी। इस पर इनवेस्टरों ने अभिषेक द्विवेदी, डा.ओमप्रकाश द्विवेदी, निहारिका द्विवेदी, निरुपमा मिश्रा, नौकर धनीराम, ड्राइवर आशीष, पप्पू लाल के खिलाफ शिवकुटी थाने में केस दर्ज करा दिया।

पुलिस ने शुरू की जांच
केस दर्ज करने के बाद विवेक संजय प्रसाद गुप्ता ने जांच शुरू की। अभिषेक ने अपना मोबाइल बंद कर दिया था। इस दौरान पुलिस ने अभिषेक के पिता डा.ओमप्रकाश द्विवेदी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। इसके बाद अन्य की तलाश शुरू कर दी।
हरियाणा से किया गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक अभिषेक ने यहां से फरार होने के बाद दिल्ली में अपना ठिकाना बनाया। उसने अपना मोबाइल बंद कर दिया था। जिससे उसकी लोकेशन नहीं मिल पा रही थी। किसी तरह से पुलिस को पता चला कि अभिषेक दिल्ली के अपने एक परिचित टीकम चंद्र जायसवाल जनकपुरी नई दिल्ली के पास है। पुलिस वहां पहुंची तो दोनों लापता थे। इसके बाद पुलिस ने अभिषेक और टीकमचंद को हरियाणा के पानीपत करनाल से गिरफ्तार किया। टीकमचंद पर अभिषेक की मदद का आरोप है। पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया है। पुलिस अब अभिषेक की पत्नी की तलाश कर रही है। दोनों की गिरफ्तारी विवेचक संजय प्रसाद गुप्ता, दारोगा विजय पांडेय, कांस्टेबिल विनय राय और दिगंबर सिंह ने की है।


रियल स्टेट कंपनी चलाने वाले अभिषेक को गिरफ्तार किया गया है। उसे हरियाणा से पकड़ा गया है। उसके साथ एक साथी टीकमचंद को भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों को जेल भेज दिया गया है। अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है।
संजय प्रसाद गुप्ता, थाना प्रभारी शिवकुटी