प्रयागराज ब्यूरो । छानबीन में मालूम चला कि लूटा गया पैसा उत्कर्ष स्माल फाइनेंस कंपनी का था। नैनी एरिया के रहने वाले अजीत ने इस फाइनेंस कंपनी की कलेक्शन एजेंसी ले रखी है। इसका ऑफिस करछना में है। रोज जमा होने वाले रुपयों को अजीत खुद बैंक ऑफ बड़ौदा की साखा में जमा करने के लिए ले जाता था। बैंक और कलेक्शन एजेंसी के बीच की दूसरी बमुश्किल एक किलोमीटर भी नहीं है। घटना की जानकारी पुलिस कमिश्नर को हुई तो उन्होंने एसओजी और क्राइम ब्रांच की टीम के साथ एसपी क्राइम को मौके पर भेजा। देर शाम तक पुलिस के अधिकारी व टीमें लुटेरों की तलाश में जुटी रहीं। सनसनीखेज यह वारदात करछना थाना क्षेत्र के साधु कुटी के पास की है। यमुनापार करछना एरिया स्थित भुंडा गांव निवासी अजीत कुमार पांडेय नैनी में रहता है। मंगलवार सुबह अजीत अपनी बोलेरो से अपने दफ्तर पहुंचा। वहां कलेक्ट किए गए साढ़े तीन लाख रुपयों को उसने बैंक ऑफ बड़ौदा में जमा कराने के लिए लिया और बैग में रखा। कैश लेकर वह बैंक ऑफ बड़ौदा की करछना ब्रांच के पास पहुंचा और बैंक से कुछ दूरी पर गाड़ी पार्क करने के बाद रुपयों से भरा बैग लेकर बैंक की तरफ चल पड़ा।
घिरे तो तमंचा निकाल लिया
अजीत जैसे ही सड़क पर आया हेलमेट लगाए हुए दो बाइक सवार लुटेरे उसके पास पहुंच गए। पीछे बैठा बदमाश उसके बैग को छीनने लगा। यह देख अजीत और लुटेरों के बीच बीच की खींचतान शुरू हो गई। जब लुटेरे बैग छीनने में असफल हुए तो अजीत पर टूट पड़े। बदमाशों और अजीत के बीच हाथा-पाई शुरू हो गई। यह सब देख रहे लोग शोर मचाते हुए दौड़ पड़े। इतने में एक बदमाश ने तमंचा निकाल लिया। तमंचे को देखते ही अजीत को जान खतरे में नजर आई। वह कदम पीछे किया तो लुटेरे उसका रुपयों से भरा बैग लेकर भाग निकले। पीडि़त अजीत के द्वारा घटना की जानकारी करछना पुलिस को दी गई। खबर थाना प्रभारी विश्वजीत सिंह ने अफसरों को दी। लूट की जानकारी होते ही एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित व करछना सीओ अजीत सिंह चौहान फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। तब तक बात पुलिस कमिश्नर तक जा पहुंची। पुलिस कमिश्नर के आदेश पर एसपी क्राइम सतीशचंद्र भी एसओजी व क्राइम ब्रांच की टीम के साथ जा पहुंचे। अधिकारी से लेकर पूरी टीम देर रात तक लुटेरों की तलाश में जुटी रही। बैंक व आसपास लगाए गए सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को पुलिस कलेक्ट करने में जुटी रही।
शहर की ओर भागे थे लुटेरे
घटना के चश्मदीद व पीडि़त अजीत कुमार के मुताबिक बाइक सवार दोनों लुटेरे हेलमेट लगा रखे थे। जिस बाइक से वारदात को अंजाम दिया गया वह बहुत पुरानी नहीं थी। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश शहर की ओर भागे हैं। ऐसे में पुलिस का मानना है कि लुटेरे शहर या फिर नैनी व झूंसी एरिया के रहे होंगे। इन इलाकों के थानों को भी अफसरों को द्वारा चेकिंग के निर्देश दिए गए हैं। कहना है कि बैग की छीनाझपटी में गिरने की वजह से अजीत जख्मी भी हो गया। केस की तफ्तीश में जुटी पुलिस की एसओजी व क्राइम ब्रांच को शहरी एरिया में भी एक्टिव किया गया है।
पैसा प्राइवेट फाइनेंस एजेंसी का है। अजीत पांडेय सिक्योरिटी एजेंसी चलाता है। उसके पास फाइनेंस कंपनी का कैश बैंक में जमा कराने का जिम्मा था। लुटेरों की तलाश की जा रही है। आसपास लगाए गए सीसीटीवी कैमरों के फुटेज आदि खंगाले जा रहे हैं।
विश्वजीत सिंह
थाना प्रभारी करछना