प्रयागराज (ब्यूरो)।मार्किंग से पूर्व टेक्निकल टीम ने रूट की नाप की। निर्धारित दूरी पर किलोमीटर लिखा गया। जिन स्थानों पर जलपान के काउंटर लगेंगे, उन स्थानों पर किमी मार्किंग के साथ जलपान शब्द को लिखा गया है। क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी ने बताया नए रूट के चयन के बाद गुरुवार को मार्किंग शुरू की गई है। मार्किंग से पहले पुन: दूरी को मापा जा रहा है और दूरी को सड़क पर लिखा जा रहा है। रूट आनंद भवन से शुरू हो रहा है । लेप्रोसी चौराह नैनी से रीवा रोड पर 7 किमी आगे रिलायंस पेट्रोल पंप तक जाएगा। वहां से वापसी होगी। मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में फिनिङ्क्षसग लाइन होगी। गुरूवार को रजिस्ट्रेशन की संख्या 42 हो गई। जिसमें 34 आफलाइन व 8 आनलाइन रजिस्ट्रेशन हुए। इंदिरा मैराथन की दौड़ 19 नवंबर को आनंद भवन से शुरू होगी और 42.195 किमी तय कर स्टेडियम में समाप्त होगी।

सजाया जा रहा स्टेडियम
इंदिरा मैराथन का पुरस्कार वितरण समारोह मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में आयोजित होगा। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई है। बिङ्क्षल्डग पेंङ्क्षटग हो रही है। मैदान पर घास की कटाई और पेड़ों की छटाई भी शुरू है। खराब लाइटें बदली जा रही हैं। पुरस्कार वितरण के लिए मैदान पर ही मंच लगाया जाएगा। जहां अतिथियों के बैठने की व्यवस्था होगी। स्टेडियम के मुख्यद्वार के अलावा दूसरे गेट भी खोले जाएंगे। धावाकों के फिनिङ्क्षसग लाइन की ओर जाने के लिए पश्चिमी गेट का इस्तेमाल होगा। इंदिरा मैराथन में आयोजन समिति से लेकर मीडिया तक के लिए पास जारी होगा। मैराथन रूट पर कोई बाहरी व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सकेगा। बाहरी वाहन भी प्रतिबंधित होंगे। आयोजन व कवरेज से जुड़े सभी लोगों को विशेष पास आयोजन समिति देगी। इससे रूट पर अवैध आवागमन भी रोका जा सकेगा और मैराथन का संचालन सुचारू होगा।

पंजीकरण की संख्या में 15 नवंबर के बाद इजाफा होगा क्योंकि प्रतिभागी सीधे मैराथन में पार्टिसिपेट करने के लिए एक-दो दिन पहले ही आएंगे। वर्ष 2019 में इंदिरा मैराथन में 9000 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया था। इस वर्ष दो श्रेणियों की दौड़ चार किमी और दस किमी को शामिल नहीं किया गया है। इससे पंजीकरण की संख्या कम हो सकती है।
अनिल तिवारी
जोनल स्पोर्ट्स अधिकारी, प्रयागराज