प्रयागराज ब्यूरो ।सिविल लाइंस में दिनदहाड़े जीवन ज्योति अस्पताल के कर्मचारियों से सात लाख रुपये की लूट हो गई। मैक्स शोरूम के पास पीएनबी बैंक के सामने लूट से हड़कंप मच गया। दोनों कर्मचारी संगम प्लेस से सात लाख रुपये लेकर मैक्स शोरूम के पास पहुंचे थे। एक कर्मचारी बाहर बैग लेकर खड़ा था। जबकि दूसरा कर्मचारी अस्पताल से संबंधित एक कागज पीएनबी बैंक में जमा करने गया था। इस दौरान बाइक सवार दो बदमाश आ गए। पीछे बैठे बदमाश ने कर्मचारी के हाथ से रुपये से भरा बैग छीन लिया। इस बाद दोनों बाइक से भाग निकले। लूट की खबर मिलते ही पुलिस पहुंच गई। सात लाख का मामला होने की वजह से एसओजी और क्राइम ब्रांच की टीम भी बुला ली गई। पुलिस की टीमें सीसीटीवी फुटेज चेक करने लगीं। हालांकि कोई सफलता नहीं मिली क्योंकि दोनों बदमाशों ने हेलमेट लगा रखा था।
बदमाशों ने पहन रखा था हेलमेट
जीवन ज्योति अस्पताल में कीडगंज का रहने वाला प्रहलाद सिंह करीब 15 वर्ष से काम करता है। प्रहलाद का काम बैंक के काम देखना है। मंगलवार दोपहर में प्रहलाद एक अन्य कर्मचारी अनिरुद्ध यादव के साथ कैश लेकर सिविल लाइंस में संगम प्लेस स्थित पीएनबी पहुंचा। वहां पर पुरानी नोटों को बदल कर और कैश निकाले। करीब सात लाख रुपये लेकर प्रहलाद और अनिरुद्ध वहां से चले। इसके बाद दोनों मैक्स शोरूम के पीछे स्थित पीएनबी पहुंचे। यहां पर प्रहलाद रुपये से भरा बैग लेकर खड़ा था। जबकि अनिरुद्ध अस्पताल से संबंधित एक कागज देने बैंक के अंदर चला गया। कुछ देर में पल्सर बाइक सवार दो बदमाश पहुंच गए। दोनों ने हेलमेट लगा रखा था। बाइक पर पीछे बैठे बदमाश ने झपट्टा मारकर प्रहलाद के हाथ से बैग छीन लिया। इसके बाद वह बाइक में बैठने लगा तो प्रहलाद ने बैग छीनने की कोशिश की। मगर वह बैग छीन नहीं पाया। छीना झपटी में प्रहलाद गिरकर चोटहिल हो गया। प्रहलाद शोर मचाने लगा तो लोगों का ध्यान उसकी ओर गया। तब तक बाइक सवार बदमाश भाग चुके थे। लूट की खबर मिलते ही सिविल लाइंस पुलिस पहुंच गई। मामला हाईप्रोफाइल होने की वजह से देखते ही देखते बैंक के सामने पुलिस कर्मियों का जमघट लग गया। एसओजी और क्राइम ब्रांच की टीम की भी आ गई।
सीसीटीवी से नहीं मिली मदद
पुलिस ने बैंक में लगा सीसीटीवी फुटेज खंगाला शुरू कर दिया। हालांकि पुलिस को कोई कामयाबी नहीं मिली। क्योंकि दोनों ही बदमाशों ने हेलमेट लगा रखा था। पुलिस के मुताबिक बाइक चला रहा बदमाश कद काठी से कमजोर दिख रहा था, जबकि पीछे बैठा बदमाश कद कादी से मजबूत। बैंक के अलावा पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाली मगर उसमें बदमाश केवल भागते हुए नजर आए।
चौराहों पर शुरू हो गई चेकिंग
सिविल लाइंस में सात लाख लूट की सूचना मिलते ही चौराहों पर चेकिंग शुरू कर दी गई। सिविल लाइंस में सुभाष चौराहा, फायर ब्रिगेड चौराहा, पत्थर गिरिजा घर चौराहा, नवाब युसूफ रोड पर चेकिंग शुरू कर दी गई। मगर कोई भी संदिग्ध पल्सर बाइक सवार पकड़ा नहीं जा सका।
बैंक से कर रहे थे रेकी
बाइक सवार बदमाशों ने जिस तरह से घटना को अंजाम दिया है, उससे पुलिस को शक है कि दोनों बदमाश संगम प्लेस बैंक से ही कर्मचारियों की रेकी कर रहे थे। प्रहलाद का काम बैंक में लेन देन करने का है। ऐसे में हो सकता है कि कई दिनों से बदमाश प्रहलाद पर नजर गड़ाए हों। खैर, इसके पीछे सच्चाई क्या है इसका पता तो बदमाशों के पकड़े जाने के बाद ही लगेगा।
बेहद शातिर निकले बदमाश
अपराधी कितना ही शातिर क्यों न हो, वह कुछ न कुछ सुराग छोड़ ही जाता है। मगर इस घटना में दोनों बदमाश बेहद शातिर निकले। दोनों ने हेलमेट लगा रखा था। बदमाश जानते थे कि लूट की खबर फैलते ही वाहनों की चेकिंग होगी और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जाएंगे। सिविल लाइंस मेन रोड पर जगह जगह सीसीटीवी भी लगा है। ऐसे में पुलिस से बचने के लिए जाहिर है कि बदमाश घटना को अंजाम देकर भागने के बाद ज्यादा दूर नहीं गए होंगे।
किधर गए बदमाशा
पीएनबी से सिविल लाइंस मेन रोड की दूरी महज डेढ़ सौ मीटर है। घटना स्थल से निकल कर बदमाश सुभाष चौराहे की तरफ भागे या फिर पत्थर गिरिजा घर की तरफ। घटना के फौरन बाद पल्सर बाइक सवारों की चेकिंग शुरू की गई। साथ ही पुलिस की अलग अलग टीमों को मैक्स शोरूम से लेकर दोनों तरफ लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने के लिए लगाया गया, मगर इसके बाद भी बदमाशों का कोई सुराग नहीं लग सका।
पुलिस ने कई को उठाया
सिविल लाइंस में घटना होने के बाद पुलिस ने कई लड़कों को पूछताछ के लिए उठाया है। हालांकि देर रात तक घटना को लेकर सिविल लाइंस पुलिस कुछ बताने की स्थिति में नहीं थी। बताया गया कि कई संदिग्ध युवकों को पकड़ कर पूछताछ की जा रही है।