प्रयागराज ब्यूरो । यूपीएसआरटीसी की वेबसाइट हैक हो जाने से यात्रियों की सुविधाएं भी हैकर्स के नापाक इरादों का शिकार हो गई हैं। इससे यात्री ऑनलाइन टिकट बुकिंग नहीं करा पा रहे हैं। इससे वह या तो यात्रा टाल रहे हैं या टैक्सी बुक कराकर गंतव्य की ओर जा रहे हैं। इससे रोजाना रोडवेज बसों को लाखों का नुकसान हो रहा है। इसका असर बसों के संचालन पर भी सीधे तौर पर पड़ रहा है।

बुक नहीं करा पा रहे हैं टिकट

25 अप्रैल को हैकर्स ने यूपीएसआरटीसी की ऑफिशियल वेबसाइट हैक कर ली थी। इसके बाद से ऑनलाइन टिकटिंग सेवा और इलेक्ट्रानिक टिकट मशीन की सेवा बाधित हो गई। इससे प्रयागराज से चलने वाली एसी बसों के साथ साधारण बसों की ऑनलाइन टिकट बुकिंग सेवा बंद हो गई है। जो यात्री घर बैठे टिकट बुक करते थे और बसों का शेड्यूल जान लेते थे वह भी अब असंभव हो गया है। इसकी वजह से उन्हे बस अड््डे पर आकर जानकारी लेनी पड़ रही है और मैनुअल टिकट खरीदना पड़ रहा है।

हर डिपो की पांच बसों मे ऑनलाइन बुकिंग

सिविल लाइंस बस अड़््डे से तमाम शहरों के लिए कुल 41 एसी बसों का संचालन किया जाता है। इनके टिकट ऑनलाइन बुक होते हैं। लेकिन वर्तमान में इनके यात्री बस में मैनुअल टिकट बनवा रहे हैं। अधिकारी बताते हैं कि एसी बसों के अलावा सभी डिपो की पांच पांच बसों की भी ऑनलाइन बुकिंग की जा रही है। इससे यात्रियों को बहुत सहूलियत मिलती है। लेकिन वेबसाइट हैक हो जाने से यात्रियों की संख्या घट गई है और इससे हमारा रोजाना लाखों का नुकसान हो रहा है।

परिचालक का कई गुना बढ़ गया काम

अभी तक परिचालक बसों पर इलेक्ट्रानिक टिकट मशीन से टिकट बनाते थे लेकिन अब यह पूरी तरह से मैनुअल करना पड़ रहा है। इसकी वजह से हाथ से टिकट काटकर उसका पैसा जोडऩा पड़ रहा

है। इसकी वजह से उनका काम पांच गुना तक बढ़ गया है। रोडवेज के अधिकारियों का कहना है कि हमारे पास पहले से परिचालकों की संख्या कम है। इसकी वजह से उनसे डबल ड्यूटी करा ली जाती थी। लेकिन अब वह मैनुअल टिकट काटने में इतना थक जा रहे हैं कि सिंगल ड्यूटी करना दुश्वार हो रहा है। इससे बसों के परिचालन में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

फिर से मांगी जा रही है डिटेल

बताया गया कि शासन की ओर से हैक वेबसाइट को फिर से रिस्टोर किया जा रहा है। ऐसे में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से उनकी आईडी मांगी जा रही है। उम्म्मीद है जल्द ही सभी ऑनलाइन सेवाएं शुरू हो जाएंगी। जानकारी के मुताबिक एजेंसी ओरियन प्रो को वेबसाइट के मेंटनेंस की जिम्मेदारी मिली थी लेकिन 15 अप्रैल को हैकर्स ने वेबसाइट को हैक कर लिया। बदले में चालीस करोड़ रुपए मांगे गए हैं। इसको लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने रोडवेज एमडी संजय कुमार का तबादला भी कर दिया है।

फैक्ट फाइल

- प्रत्येक डिपो की पांच पांच साधारण बसों की होती है ऑनलाइन बुकिंग

- कुल 41 एसी बसों सिविल लाइंस बस अड्डे से होती है संचालित

- बस अड््डे से रोजाना 50 से 55 हजार यात्रियों की होती है मूवमेंट

- प्रयागराज से रोजाना होता है 750 बसों का संचालन, स्थानीय बेड़े में हैं 400 बसें

- ऑनलाइन बुकिंग बंद होने से प्रत्येक रूट के टिकट के दाम में बीस रुपए की आई है कमी, यह पैसा ऑनलाइन सेवा के नाम पर चार्ज किया जाता था

यह शासन स्तर का मामला है। इसमें हमे ज्यादा जानकारी नहीं है। बसों के संचालन में कुछ दिक्कतें जरूर आ रही हैं लेकिन उनको दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।

सीबी राम, एआरएम, सिविल लाइंस बस अड्डा