प्रयागराज ब्यूरो । तंबुओं के शहर में आने वाले अजनबी मेहमानों को यहां सड़कें रास्ता दिखाने का काम करेंगी। रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड से उतरने के बाद संगम कैसे पहुंचना है? यह बात श्रद्धालुओं को किसी से पूछने की जरूरत नहीं होगी। आसपास लगाए गए रूट मैप के जरिए पैद भी लोग संगम तक आसानी से पहुंच जाएंगे। इतना ही नहीं महाकुंभ में यात्रियों से वाहन चालक अधिक किराया भी नहीं वसूल सकेंगे। लोकल में किस रूट पर कहां तक के लिए कितना भाड़ा देना है यह सब कुछ मैप बोर्ड पर अंकित होगा। कुंभ में आने वाले बाहरी यात्रियों से अधिक भाड़ा लिए जाने की बातें सामने आई थीं। इसी को ध्यान में रखते हुए 2025 में महाकुंभ के लिए यह मास्टर प्लान तैयार किया गया है।
दूरी और किराया भी होगा अंकित
महाकुंभ को लेकर हर एक प्वाइंट पर तैयारियां की जा रही हैं। इस काम में पूरी प्रशासनिक मशीनरी काम कर रही है। कुंभ मेला में लाखों श्रद्धालु विदेशों से आए हुए थे। उनसे रेलवे स्टेशन व एयरपोर्ट अथवां बस स्टैंड से संगम तक जाने के लिए लगने वाले किराया से अधिक पैसे लिए गए थे। यह हरकत देश के गैर प्रदेशों से आए तमाम श्रद्धालुओं के साथ भी तिपहिया व ई-रिक्शा चालकों के द्वारा की गई थी। रूट की जानकारी के अभाव में शहर के लिए अजनबी श्रद्धालुओं को काफी भटकना पड़ा था। मगर, आगामी महाकुंभ में इन समस्याओं से किसी को भी जूझना नहीं पड़ेगा। क्योंकि पीडीए के रोडवेज बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन के आसपास व एयरपोर्ट एरिया में जगह-जगह संगम के लिए रोड मैप का बोर्ड लगाएगा। बोर्ड यह लिखा होगा कि यात्री को संगम पहुंचने के लिए किस रूट से जाना जाना है। सवारी उन्हें कहां से मिलेगी और किस जगह चेंज करना होगा। इतना ही नहीं किस चौराहे से संगम तक का कितना किराया है यह सब भी उस बोर्ड पर अंकित किया जाएगा। इससे वाहन चालक बाहरी श्रद्धालुओं से मनमाना किराया नहीं वसूल कर सकेंगे। साथ ही उनके जरिए पूछे जाने पर कोई भी रूट को लेकर भ्रमित नहीं कर पाएगा। इस रूट मैप पर सब कुछ देखकर लोग पैदल या फिर साधन के जरिए आसानी से संगम क्षेत्र पहुंच सकेंगे। इससे बाहरी लोगों ने यानी श्रद्धालुओं के बीच जिले व प्रदेश की शाख पर बट्टा नहीं लगेगा। जानकारी रहेगी तो वाहन चालक यात्रियों को संगम के नाम पर बीच सफर में छोडकर भाग नहीं नहीं पाएंगे। कम से कम चालकों को साधन से यात्रियों को परेड तक तो पहुंचाना ही पड़ेगा। विशेष पर्वों पर यदि पैदल सफर करना पड़ा तो उन्हें भटकना नहीं पड़ेगा। प्रयागराज विकास प्राधिकरण द्वारा यह प्लान तैयार किया जा रहा है। यदि प्लान अमल में आया तो श्रद्धालुओं को महाकुंभ में संगम तक पहुंचने के लिए रूट को लेकर परेशान नहीं होना पड़ेगा।
कॉल पर पहुंचेंगे मददगार
सुरक्षा के लिहाज से उस बोर्ड के ऊपर हेल्प नंबर भी लिखे जाएंगे। यह हेल्प नंबर मेला कंट्रोल रूम के साथ पुलिस की वैन 112 व एम्बुलेंस 108 का होगा। ताकि किसी भी परेशानी या दिक्कत की स्थिति में श्रद्धालु जिम्मेदारों को सूचना देकर मदद ले सकें। महिला हेल्प डेस्क के भी नंबर बोर्ड पर लिखे जाएंगे। ताकि महिला श्रद्धालुओं की भी क्विक एक्शन के साथ एक कॉल पर मदद की जा सके।
प्लान पर जल्द ही शीर्ष अफसरों से चर्चा करके फाइनल किया जाएगा। यह प्लान बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए तैयार किया गया है।
अजीत कुमार सिंह, सचिव पीडीए