प्रयागराज ब्यूरो ।क्कुभ से पहले शहर की सड़कों के सुंदरीकरण की कवायद जारी है। चौड़ीकरण के साथ स्ट्रीट लाइट इनकी सुंदरता बढ़ेगी। इसी क्रम में नैनी पुराने यमुना पुल फूल मण्डी से लेप्रोसी चौराहे तक की सड़कों का भी सुंदरीकरण होगा। महाकुंभ को देखते हुए यह सड़क न सिर्फ चौड़ी की जाएगी बल्कि स्ट्रीट लाइट व सुंदरीकरण के अन्य कार्य भी कराए जाएंगे। यह सारे काम पूरा हो जाने के बाद एरिया ही नहीं सड़क की काफी खूबसूरत नजर आएगी। खैर, रोड पर काम शुरू करने के लिए शासन से हरी झण्डी मिल गई है।
जानिए क्यों और कैसे रोड होगी चौड़ी
नैनी साइड पुराने यमुना पुल फूल मण्डी से लेप्रोसी चौराहे तक वर्षा पुरानी सड़क के चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण एवं सौंर्यीकरण के लिए सर्वे का काम पूरा हो चुका है। इस रोड की लंबाई करीब 815 मीटर है। आंकड़ों पर गौर करें तो ब्रिज से लेप्रोसी चौराहे तक इस सड़क की चौड़ाई मौजूदा समय में 12 मीटर की बताई जाती है। इस बारह मीटर चौड़ाई में फुटपाथ भी शामिल है। यह रोड शहर की एक बड़ी आबादी को पुराने यमुना के बीच से अरैल स्थित यमुनाएवं संगम क्षेत्र को जोड़ती है। मध्य प्रदेश रीवां, बांदा, चित्रकूट जैसे एरिया माघ मेला या कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को संगम क्षेत्र बांगड़ चौराहा, हर्षवर्धन चौराहा होते हुए जीटी जवाहर चौराहा क्षेत्र में भीड़ को रोकने व अरैल घाट की ओर डायवर्जन में यह रोड महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। यह सड़क परेड ग्राउंड पार्किंग क्षेत्र को भी जोड़ता है। सामान्य दिनों में भी इस मार्ग के दोनों तरफ भारी वाहनों के खड़े होने से जाम की स्थिति बनी रहती है। वर्ष 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमडऩे की उम्मीद है। ऐसे में माना जा रहा है कि यह सड़क और भी उपयोगी हो जाएगी। यही तमाम कारण हैं जिसके चलते इस इस सड़क को कुल 24 मीटर चौड़ा किए जाने के प्रस्ताव को शासन से हरी झण्डी मिली है। मतलब यह कि सड़क के दोनों तरफ छह-छह मीटर यह सड़क चौड़ी की जाएगी।
24 मीटर की हो जाएगी सड़क
इस तरह कुल 12 मीटर रोड की चौड़ाई बढ़ जाएगी और 12 मीटर पहले से ही है। टोटल चौड़ाई 24 मीटर हो जाएगी। जानकारी बताते हैं कि स्मार्ट सिटी के तहत इस रोड पर कराए जाने वाले कार्यों में सिविल कार्य यानी डामकर, गिट्टी व फुटपाथ और नाली आदि पर 1075.63 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। जबकि यह सारा काम होने के बाद 110.43 लाख से इस रोड पर विद्युतीकरण अर्थात स्ट्रीट लाइट का काम होगा।
यह रोड चौड़ी होगी यह मालूम है। दो बार नापने के लिए भी आए पर कितनी जगह लेंगे यह मालूम नहीं। दूसरी जब नपाई हुई तो हमारा पूरा बरामदा आ गया था। बता रहे हैं कि सात मीटर दोनों तरफ लेंगे। सड़क चौड़ी होने से यहां से लोगों का आवागमन आसान हो सकेगा।
- फुक्कन, पुराने यमुना से रैल रोड
इस रोड पर बहुत मकान तो हैं नहीं। कुछ लोग थोड़ा बहुत बनवा कर रोजी रोजगार करते हैं। अब रोड चौड़ीकरण में लोगों की दुकानें व मकानों का नुकसान तो होगा ही। पीढिय़ों से लोग यहां रहते आ रहे हैं। सरकार को चाहिए कि वह जिनके मकान तोड़े जाय थोड़ा बहुत ही सही, मदद जरूर करे। क्योंकि दुकानें व मकान का अगला हिस्सा टूटने के बाद उसे बनवाने में लोगों को काफी पैसा खर्च करना होगा।
- सुरेंद्र नाथ शुक्ल, पुराने यमुना से रैल रोड
फूल की दुकान चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं। अब बहुत पहले एक बार साहब लोग आकर नपाई किए थे। उस समय हमारी पूरी दुकान व आधा बरामदा तक आ गया था। तब से कोई आया ही नहीं। सही बात पता ही नहीं चल पा रही कि आखिर कितना मकान टूटना है। मालूम चल जाय तो हम खुद ही तोड़वा लेंगे।
- ज्ञानचंद्र, पुराने यमुना से रैल रोड
आखिर सड़क चौड़ी हो जाएगी और अच्छी बन जाएगी तो उसका लाभ हमी सब को मिलेगा। रोड चौड़ीकरण से भला किसी को क्या दिक्कत होगी। वर्षों पुरानी रोड है। सड़कों का चौड़ीकरण बहुत जरूरी है। विकास के काम में किसी को रोड़ा नहीं बनना चाहिए। यह संगम और गंगा माई की कृपा है जो यह रोड बनने जा रही है। वर्ना कोई इस रोड को देखने व पूछने वाला था। माघ मेला व कुंभ में तो इस रोड पर और भी भीड़ हो जाती है।
दयाशंकर, पुराने यमुना से रैल रोड