प्रयागराज (ब्यूरो)। गिरफ्तारी में जुटी पुलिस की मानें तो मुख्य आरोपित विमलेश, उसका भाई संदीप, भतीजा अवनीश व दोस्त सतीश वारदात के बाद से मोबाइल का स्विच ऑफ कर लिया है। घटना के बाद से चारों कीडगंज से भागे हुए हैं। मुख्य आरोपित व उसका भाई घर पर भी नहीं है। पूछताछ और फुटेज से मिले तथ्यों के आधार पर उनकी तलाश की जा रही है। मोबाइल के बंद होने से उनकी लोकेशन भी ट्रेस नहीं हो पा रही है। घटना को हुए चार दिन बीच गए हैं और पुलिस अब तक एक भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। इसके पीछे आरोपितों की लोकेशन का नहीं मिल पाना अक कारण माना जा रहा है।
सनसनीखेज घटना पर एक नजर
शहर स्थित कीडगंज के बीच वाली रोड पर गुरुवार शाम आरोपितों द्वारा गोली बारी की गई थी। इस गोलीबारी में भाजपा के कौशाम्बी चायल विधायक संजय गुप्ता के बहनोई संदीप, उसका छोटा भाई विशाल, ग्राहक रामजी और छात्र नारायण जख्मी हो गए थे। इससे नाराज लोगों द्वारा तोडफ़ोड़ व आगजनी भी की गई थी। दूसरे दिन घायल विशाल की हॉस्पिटल में मौत हो होने के बाद भी जमकर हंगामा हुआ था। बॉडी रोड पर रखकर कई घंटे तक परिजन व पब्लिक गिरफ्तारी व सुरक्षा को लेकर अड़ी रही।
पब्लिक के बीच सवालों में टीमें
चारों आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो पाने से अब सर्विलांस से लेकर एसओजी की आठ सहित अन्य टीमें लोगों के बीच सवालों के घेरे में हैं। पब्लिक के बीच इनकी सक्रियता व इनके नेटवर्क को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। लोगों में चर्चा है कि इन सभी टीमों में दर्जनों सिपाही और दरोगा शामिल हैं। इनके पास सिर्फ अपराधियों को पकडऩे और उन्हें ट्रेस करने की ही जिम्मेदारी है। यह टीमें भी उन आरोपितों की गिरफ्तारी तो दूर ट्रेस नहीं कर पा रही।
कीडगंज हुई घटना के वांछित अभियुक्त अभियुक्तों पर इनाम घोषित किया गया है। गिरफ्तारी के लिए लगाई गई टीमें शहर से बाहर दबिश में भेजी गई हैं। उम्मीद है कि जल्द ही आरोपित पकड़े जाएंगे।
दिनेश कुमार एसपी सिटी