प्रयागराज ब्यूरो । सरकारी तंत्र में घूसखोरी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। गुरुवार के विजिलेंस टीम ने सदर तहसील के राजस्व निरीक्षक सर्वे फहीमुद्दीन और सफाईकर्मी विनय कुमार को 20 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। इस घटना के बाद राजस्व कर्मियों में खलबली मच गई। बताया गया कि पीडि़त से उसकी जमीन की पैमाइश के नाम पर रिश्वत की मांग की गई थी। उसकी शिकायत पर विजिलेंस टीम ने कार्रवाई की है। दोनों को अरेस्ट करने के लिए बकायदा ट्रैप किया गया। दोनों के खिलाफ विजिलेंस थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा लिखा गया है। जल्द ही आरोपितों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई किए जाने की बात कही गई है।
क्या था मामला
बता दें कि पकड़े गए फहीमुद्दीन बड़ा बघाड़ा कर्नलगंज और विनय कुमार सेहुंवाडीह फूलपुर केनिवासी हैं। राजापुर कैंट निवासी विजय बहादुर पटेल उर्फ बबलू पटेल की भूमिधरी जमीन कछारमऊ में है। विजय का कहना है कि उसकी जमीन पर 2022 में संजय सिंह, अबरार अहमद द्वारा अवैध निर्माण कराया जा रहा था, जबकि विपक्षी की वास्तविक जमीन दूसरी आराजी संख्या में है और जमीन गड्ढे में है। एसडीएम से शिकायत करने पर टीम गठित कर जांच हुई, जिसमें जमीन विजय के पिता के नाम पाई गई। बाद में संजय, अबरार सहित छह अन्य लोगों ने जमीन की पुन: पैमाइश कराने के लिए एसडीएम सदर को प्रार्थना पत्र दिया, जो फहीमुद्दीन के पास लंबित है।
पिछले महीने की थी फहीम से मुलाकात
पीडि़त ने बीते माह राजस्व निरीक्षक से मुलाकात की। तब उसने कहा कि 20 हजार रुपये देने पर काम हो जाएगा और पैसा न देने पर जमीन के गड्ढे में दर्शा देगा। इससे परेशान विजय बहादुर ने सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) कार्यालय में एसपी से शिकायत की। विजिलेंस की गोपनीय जांच में शिकायतकर्ता की बात सही पाई गई, जिसके बाद ट्रैप करने की योजना बनाई गई। गुरुवार दोपहर विजिलेंस सदर तहसील के पास स्थित राजस्व निरीक्षक के कार्यालय पहुंची और फिर फहीमुद्दीन व सफाईकर्मी को रंगे हाथ रिश्वत लेते दबोच लिया। दोनों आरोपितों को शुक्रवार को वाराणसी स्थित एंटी करप्सन कोर्ट में पेश किया जाएगा।