प्रयागराज (ब्यूरो)। सराय इनायत थाना क्षेत्र के कोटवा निवासी 82 वर्षीय राघव प्रताप सिंह लगभग 22 वर्ष पहले पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त होने के बाद परिवार के साथ ही रहते थे। बताया जाता है कि गुरूवार की दोपहर भोजन के बाद उन्होंने लाइसेंसी बंदूक उठाई घर से बाहर निकल आये और कुर्सी पर बैठ गये। तभी फायरिंग की आवाज सुनकर परिवार के लोग बाहर निकले तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गयी। राघव प्रताप सिंह कुर्सी के पास जमीन पर गिरे पडे थे। उनका सिर क्षतिग्रस्त हो गया था। पास में ही बंदूक पडी थी। गोली लगने से राघव प्रताप की मौत हो चुकी थी।

सेवानिवृत्त के बाद से पैतृक घर पर रह रहे थे राघव
बात दे कि राघव प्रताप सिंह उत्तर प्रदेश पुलिस में दरोगा की पोस्ट से रिटायर्ड हो गए थे। रिटायर्ड होकर वो अपने पैतृक गांव कोटवा में रहते थे। पिछले कई महीनों से इनकी तबीयत खराब चल रही थी। कुछ दिन पहले वह हॉस्पिटल से अपने घर आए थे। बीमारी से तंग आकर उन्होंने ऐसा कदम उठाया। राघव प्रताप सिंह ने अपने आप को गोली मारने से पहले दो पेज का सुसाइड नोट भी लिखा था जिसमे उन्होंने अपनी मौत का कारण बीमारी को ही बताया है। यह भी लिखा है कि उन्हें किसी से कोई शिकायत नहीं है और उनकी बॉडी को पोस्टमार्टम न कराया जाये।


राघव प्रताप सिंह खुद को अपनी लाइसेंसी बंदूक से गोली मारी है। दो पन्ने का सुसाइड नोट मिला है। जिसमें लंबी बीमारी से परेशान होने की बात लिखी है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।
अभिषेक अग्रवाल एसपी गंगापार प्रयागराज