प्रयागराज (ब्यूरो)।प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम की रकम पर अपात्रों की नजर लग गई है। करोड़ों रुपए का हेरफेर जिले में हो चुका है। कईयों से वसूली भी की जा चुकी है। बाकी की तलाश जारी है। अधिकारियों का कहना है कि ई केवाइसी के जरिए अपात्रों को खोजा जा रहा है। हालांकि लंबा समय होने के बावजूद अभी दो लाख से अधिक लाभार्थी अपनी ई केवाइसी कराने केंद्र पर नही पहुंचे हैं।

टैक्स पेयर्स भी ले रहे योजना का लाभ

किसान सम्मान निधि सरका की महत्वाकांक्षी योजना है। इसमें किसानों को तिमाही दो हजार रुपए की किश्त दी जाती है। साल में छह रुपए प्रत्येक लाभार्थी किसान के खाते में डाले जाते हैं। लेकिन इस योजना का लाभ बड़ी संख्या में अपात्र ले रहे हैं। हाल ही में 8700 ऐसे लाभार्थी मिले जो इनकम टैक्स अदा कर रहे थे और उनका नाम लाभार्थियों की सूची में दर्ज था। इनकी किश्त रोककर प्रशासन 1.57 करोड़ की वसूली की है। इसके अलावा मृतक, नौकरी पेशा, भूमिहीन किसान भी पात्र बने हुए हैं। जानकारी होने के बाद अब शासन ने इनकी तलाश शुरू कर दी है।

दो लाख से अधिक ने नही दी केवाईसी

हाल ही में पात्र किसानों की ई केवाइसी कराने का अभियान शुरू किया गया है। जिसके तहत किसान अपनी जमीन की खतौनी को आधार से लिंक करा रहे हैं। इससे पता चल रहा है कि कौन भूमिहीन किसान योजना का लाभ गलत ढंग से ले रहा है। जिले के 6 लाख किसानों में अभी तक केवल 67 फीसदी ने ही केवाईसी कराई है। इसके बाद अचानक किसानों के आने की गति कम हो गई है। प्रशासन मानकर चल रहा है कि जो नही आ रहे हैँ वह अपात्र हैं। यह भी बताया गया है कि जिन किसानों का आधार मोबाइल नंबर से लिंक नही है, वह कराकर आएं। इसके बिना ई केवाइसी नही हो पाएगी। इसके अलावा मृतक, अपात्र और नौकरीपेशा भी सूची से बाहर हो जाएंगे। जिन बूढ़े किसानों की उंगलियां बायोमेट्रिक में नही वेरिफाई हो रही हैं, उनकी पहचान फेस ऐप के जरिए की जा रही है।

फैक्ट फाइल

अब तक ई केवाइसी करा चुके किसान- 4 लाख यानी 67 फीसदी

बचे हुए किसानों की संख्या- 2.10 लाख

अपात्र मिले किसान- 8700

इनसे हुई कुल वसूली- 1.57 करोड़

पिछले दिनों जो इनकम टैक्स पेयर्स अपात्र पकड़े गए थे उनको सूची से बाहर कर दिया गया है। इनमें वसूली भी की गई है। अभी भी सूची में कई अपात्र हैं जिनको सर्च किया जा रहा है।

विनोद कुमार, उप निदेशक कृषि

हमारी ओर से विशेष ई केवाइसी अभियान चलाया जा रहा है। इसके परिणाम भी सामने आ रहे हैं। दस जून तक जो भी अपनी खतौनी नंबर को आधार से लिंक नही कराएगा, उसकी किश्त रोक दी जाएगी। साथ ही भविष्य में अपात्र पाए जाने पर वसूली भी होगी।

गौरव कुमार, सीडीओ प्रयागराज