प्रयागराज ब्यूरो । कहा कि मैं कार्यकर्ता और सेवक हूं। स्वामी वासुदेवानंद के संरक्षण में श्रीराम जन्मभूमि में मंदिर निर्माण के लिए कार सेवा करने का अवसर मिला था। श्रीराम मंदिर निर्माण में स्वामी वासुदेवानंद व स्व। अशोक ङ्क्षसहल का अद्वितीय योगदान रहा है। स्वामी वासुदेवानंद ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण अभियान से जुड़े संस्मरणों को सुनाया। कहा कि मुझे अयोध्या पहुंचकर कार सेवा करने के साथ कारसेवकों का मार्गदर्शन करना था। उस समय पुलिस का चारों तरफ मजबूत सुरक्षा घेरा था। इससे वहां तक पहुंचना मुश्किल था। इस पर मैं मोटर कार की डिग्गी में छिपकर अयोध्या पहुंचा था। श्रीमदभागवत कथा का बखान करते हुए आचार्य जितेंद्रनाथ महाराज ने बताया कि धर्म प्रभु के चरण-शरण में जाने की प्रेरणा देता है। श्रीमदभागवत अधर्म व अधर्मियों से बिना डरे धर्म सम्मत कार्य व अनुष्ठान करने की प्रेरणा देता है। महोत्सव में स्वामी विनोदानंद सरस्वती, स्वामी शंकरानंद, स्वामी शिवानंद, ब्रह्मचारी आत्मानंद, अनिल कुटेटा, वेद प्रकाश शर्मा, राम आधार शर्मा आदि ने सहयोग किया। इस दौरान विधायक प्रवीण पटेल, गुरु प्रसाद मौर्य, सुरेंद्र चौधरी, महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी, गंगापार अध्यक्ष अश्विनी पांडेय, जमुनानार अध्यक्ष विभवनाथ भारती, काशी प्रांत उपाध्यक्ष अवधेश गुप्ता आदि मौजूद रहे।