प्रयागराज (ब्‍यूरो)। एसआरएन अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल नौवें दिन भी जारी रही। इसके चलते मंगलवार को सुबह आठ बजे रजिस्ट्रेशन काउंटर बंद करा दिए गए। परिणाम रहा कि दिनभर में एक भी पर्चा नही बन सका। दूर दराज से आए मरीज भटकने का मजबूर रहे। काफी विनती करने के बावजूद उनकी नहीं सुनी गई। सीनियर डॉक्टर्स ने ओपीडी में पुराने पर्चे पर मरीजों को देखा। नए मरीज दूसरे अस्पतालों पर जाने को मजबूर रहे।

हर पल झेली फजीहत
मंगलवार को आलम यह रहा कि मरीजों को हर कदम फजीहत का सामना करना पडृा। उनकी कही नही सुनी गई। पीएमएसएसवाई बिल्डिंग में प्रमुख अधीक्षक की तरफ से भेजे गए निशुल्क सैंपल को ही की पैथोलॉजी लैब में लिया गया। बाकी सभी मरीज वापस लौटाए गए। ऐसे में पूरे दिन मात्र चार सैंपल लिए गए। सीनियर कंसल्टेंट्स ने काफी समय ओपीडी में नहीं दिया। कैंसर सर्जरी विभा की ओपीडी में चालीस मरीज ही देखे गए। केवल गंभीर मरीजों का ही डिजिटल एक्सरे किया गया। हड़ताल पर गए रेजीडेंट डॉक्टर्स ने सुबह आठ बजे ही अमृत फार्मेसी को बंद करा दिया था।

आम दिन से अधिक मरीज आए
माना जाता है कि अवकाश के बाद एसआरएन अस्पताल की ओपीडी में जबरदस्त भीड़ होती है। यह हाल मंगलवार को नजर आया। रविवार और सोमवार के बाद मंगलवार को सुबह काफी भीड़ रही लेकिन हड़ताल के चलते सभी निराश नजर आए। एक भी पर्चा नही बनाया जा सका। पुरानी बिल्डिंग में स्थित अल्ट्रासाउंड व डिजिटल एक्सरे की जांचे ठप्प रही। दिनभर में आधा दर्जन आपरेशन को अंजाम दिया गया है। जो नार्मल आपरेशन थे उनकी दूसरी डेट देकर टाल दिया गया है। मरीजों का कहना था कि कुछ दिन स्ट्राइक ऐसे ही चली तो हालात अधिक बदतर हो जाएंगे। मरीजों को काफी परेशानी होगी क्योंकि प्राइवेट में दिखाने के लिए सभी के पास इतना पैसा नहीं है।

हमारी मांगे पूरी होने पर ही हड़ताल समाप्त होगी। इसके लिए हम लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। बाकी ट्रामा व इमरजेंसी सेवाएं चल रही हैं। वहीं वार्डों में भी रेजिडेंट डॉक्टर ड्यूटी कर रहे हैं।
डॉ। रवि प्रताप सिंह, महासचिव, रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रयागराज