प्रयागराज (ब्यूरो)। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही पंडित दीन दयाल उपाध्याय के नाम से शोध पीठ स्थापित की जाएगी। यह घोषणा सोमवार को यूनिवर्सिटी के कन्वोकेशन में बतौर चीफ गेस्ट शिरकत करने के लिए आए केन्द्रिय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने की। इस मौके पर यूनिवर्सिटी के कुल करीब साढ़े सात सौ छात्रों को मेडल और डिग्री अॅवार्ड की गयी। बता दें कि कोरोना संक्रमण के चलते पिछले साल कन्वोकेशन आयोजित नहीं किया जा सका था। पिछले सत्र के छात्र-छात्राओं को भी मेडल और डिग्री का वितरण सोमवार को आयोजित प्रोग्राम के दौरान किया गया। इस दौरान यूनिवर्सिटी के चांसलर के अलावा जिले से ताल्लुक रखने वाले दोनों सांसदों रीता बहुगुणा जोशी, केशरी देवी पटेल के अलावा प्रदेश सरकार के मंत्रीगण नंद गोपाल गुप्ता, सिद्धार्थ नाथ सिंह मौजूद रहे।
सीनेट हाल में हुआ प्रोग्राम
कोरोना महामारी के करीब डेढ़ साल तक खाली चल रहे इलाहाबाद यूनिवर्सिटी कैंपस में सोमवार को चहल पहल रही। सुबह से ही सायरन बजती गाडिय़ां पूरे कैंपस में घूम रही थी। हर कोई बहुत तेजी में और पूरे उत्साह के साथ तैयारियों में जुटा था। आखिर लंबे समय बाद यूनिवर्सिटी में कोई आयोजन होने जा रहा था। मौका था इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के कन्वोकेशन 2021 का। इस मौके पर यूनिवर्सिटी के प्रसिद्ध सीनेट हॉल में पूरी तैयारियां थी। अपने निर्धारित समय पर कन्वोकेशन की शुरुआत चांसलर से अनुमति लेकर कुलपति द्वारा शुरू किया। कन्वोकेशन के दौरान चीफ गेस्ट केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, विशिष्ट अतिथि के रूप में चांसलर आशीष कुमार चौहान व कुलपति प्रो। संगीता श्रीवास्तव समेत यूनिवर्सिटी के विद्वत परिषद और कार्य परिषद के समस्त सदस्य भी मौजूद रहे। इस दौरान कुलपति प्रो। संगीता श्रीवास्तव ने चांसलर आशीष कुमार चौहान से अनुमति लेकर दीक्षांत समारोह की शुरुआत की।
ऋग्वेद के 10वें मंडल के नासदीय सूक्त से हुई शुरुआत
कुलपति प्रो। संगीता श्रीवास्तव ने ऋग्वेद के 10वें मंडल के नासदीय सूक्त हिरण्यगर्भ समवर्तताग्रे भूतस्य जात: पतिरेक आसीत्स दाधार पृथिवीं द्यामुतेमां कस्मै देवाय हविषा विधेम का उद्बोधन करते हुए दीक्षांत भाषण की शुरुआत की। कुलपति ने दीक्षांत समारोह में सभी का स्वागत करते हुए कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय अपने गौरवपूर्ण इतिहास के साथ 135वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। देश के हर राज्य और हर हिस्से में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पढ़े हुए विद्वान, प्रशासक और राजनेता मौजूद हैं। राष्ट्र निर्माण में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की महत्वपूर्ण भूमिका से कोई इनकार नहीं कर सकता। कुलपति ने कहा कि दीक्षांत समारोह के अवसर पर हमारे सामने कर्मठ छात्रों की एक नई पीढ़ी खड़ी है। आज के छात्र ही कल के राष्ट्र निर्माता बनेंगे। उन्होंने नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन पर बल देते हुए कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति को अपनाते हुए 10 नए पाठ्यक्रम बनाए हैं। कुलपति ने पीएचडी में नवाचार की जरूरत पर भी बल दिया। इस अवसर पर उन्होंने विश्व के शीर्ष 2 प्रतिशत वैज्ञानिकों में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कार्यरत 8 प्रोफेसरों के शैक्षणिक योगदान का भी जिक्र किया।
निराला आर्ट गैलरी में भी रिनोवेशन की है तैयारी
कन्वोकेशन के दौरान कुलपति प्रो संगीता श्रीवास्तव ने कहा कि शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ वह यूनिवर्सिटी में आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिए भी प्रयासरत हैं। इसी क्रम में एक पुरुष छात्रावास, एक महिला छात्रावास तथा मेजर ध्यानचंद स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर का भी आज उद्घाटन हुआ है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में निराला आर्ट गैलरी भी नए रूप में दिखेगी। उसके लिए भी तैयारियां चल रही है। इसके बाद कुलाधिपति आशीष कुमार चौहान ने उपाधि व पदक वितरण की प्रक्रिया शुरू की।
समाजोपयोगी रिसर्च आज की है जरूरत
कन्वोकेशन के दौरान केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धमेन्द्र प्रधान ने कहा कि इलाहाबाद महर्षि भारद्वाज की तपोभूमि है। यह चंद्रशेखर आजाद की बलिदान भूमि है। प्रयागराज से उनका अनोखा संबंध है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री बनने के बाद पहली बार वे किसी केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शिरकत कर रहे हैं । उन्होंने नई शिक्षा नीति पर चर्चा करते हुए कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ समाजोपयोगी शोध भी वक्त की जरूरत है। सिर्फ रिसर्च जनरल के लिए शोध न किया जाए , बल्कि ऐसे शोध पर जोर दिया जाए जिससे समाज का हित हो। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में दीनदयाल उपाध्याय चेयर की स्थापना की भी घोषणा की। शिक्षा मंत्री ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में रिक्त पड़े हुए पदों को जल्द ही भरा जाएगा। उन्होंने केंद्र सरकार से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इस मौके पर यूपी कैबिनेट मिनिस्टर सिद्धार्थ नाथ सिंह, नंदगोपाल नंदी, प्रयागराज की सांसद रीता बहुगुणा जोशी, फूलपुर की सांसद केसरी देवी पटेल आदि मौजूद रहे।
आज बंद रहेगी इलाहाबाद यूनिवर्सिटी
मंगलवार को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में कामधाम पूरी तरह से बंद रहेगी। सोमवार को इस संबंध में सूचना रजिस्ट्रार की तरफ से जारी की गयी है। आदेश में कहा गया है कि कांपीटेंट अॅथारिटी के इंस्ट्रक्शन पर यह फैसला लिया गया है।